इंदौर

मध्य प्रदेश की राजधानी इंदौर में सरकारी जमीन पर कब्जा जमा कर बनाए गए आश्रम को जिला प्रशासन व नगर निगम ने रविवार को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया । यह आश्रम पूर्व में राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त कंम्प्यूटर बाबा के नाम से विख्यात नामदेव दास त्यागी का था। कार्रवाई के दौरान बाबा और उनके समर्थकों ने विरोध किया। जिस पर पुलिस ने कंम्प्यूटर बाबा और उनके साथ समर्थकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
जानकारी अनुसार कंम्प्यूटर बाबा ने हातोद तहसील क्षेत्र के ग्राम जमूड़ी हपसी के पास गोम्टीगिरी में 2 एकड़ सरकारी भूमि पर अनाधिकृत रूप से कब्जा कर आश्रम बनाया था। जिसे हटाने को लेकर प्रशासन ने दो माह पहले नोटिस भेजा था। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा की पिछली सरकार ने कंम्प्यूटर बाबा को राज्यमंत्री का दर्जा दिया था। वहीं 2018 के विधानसभा चुनाव में कंम्प्यूटर बाबा ने भाजपा के बजाय कांग्रेस को समर्थन देते हुए कई चुनाव सभाएं की थी। इसके बाद राज्य में बनी कमलनाथ सरकार द्वारा कंम्प्यूटर बाबा को नदी न्याय का अध्यक्ष बना दिया गया था। हाल के उपचुनाव में भी कंम्प्यूटर बाबा ने कांग्रेस के समर्थन में प्रचार अभियान चलाया था।