नई दिल्ली।

दुर्गा पूजा त्यौहार के दौरान बोनस की घोषणा में हो रही देरी को लेकर रेल कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को देशभर में ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन एआईआरएफ के आह्वान पर रेल कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन कर सरकार को इस मामले में जल्द निर्णय लेने की चेतावनी दी। साथ ही जल्द आदेश जारी नहीं होने पर रेलकर्मी सीधी कार्रवाई के लिए बाध्य होने की बात कही है। एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने कहा कि मंगलवार को भोजन अवकाश के दौरान फेडरेशन से संबद्ध यूनियनों ने देशभर में प्रदर्शन आयोजित कर बोनस मामले में हो रही विलंब को लेकर केंद्र सरकार की निंदा की। रेल मंत्रालय की धमकी के बावजूद देश भर में लगभग 8 लाख से अधिक रेल कर्मियों ने इस प्रदर्शन में भाग लिया।
एआईआरएफ के प्रदर्शन के मद्देनजर रेल मंत्रालय ने जोनल कार्यालयों को अपने नेटवर्क पर रेलगाड़ियों का सुचारू संचालन और प्रदर्शन के दौरान अनुशासन सुनिश्चित करने की खास हिदायत दी थी। महामंत्री मिश्रा ने कहा कि कोरोना संक्रमण में पिछले वित्तीय वर्ष 2019 20k उत्पादकता आधारित बोनस नहीं जारी किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। जबकि इस दौरान रेल कर्मियों ने काफी बेहतर कार्य किया है। जिसकी सराहना देश के प्रधानमंत्री और रेल मंत्री ने भी की है।
वहीं दूसरी ओर बोनस देने में आनाकानी कर्मियों के समझ से बाहर की बात है। उन्होंने कहा कि अफसोस इस बात की है कि पीएलबी 2019 20 का है, जो कोरोना काल नही था। इस दौरान रेल मुनाफे में चली थी। महामंत्री ने कहा कि कोरोना काल में 180 से ज्यादा रेल कर्मियों ने अपनी शहादत देकर रेलवे सेवा व्यवस्था को जारी रखें। बावजूद उनके साथ अन्याय किया जा रहा है। उन्होंने घोषणा किया कि केंद्र सरकार अगर कर्मियों को पीएलबी की घोषणा करने में आनाकानी करती रहेगी तो कर्मचारी सीधे संघर्ष के लिए मजबूर होंगे।