गुमला।
सतपाराघट्ठा गांव में रविवार की देर रात डायन-बिसाही के आरोप में पति व पत्नी की टांगी, बलुआ व तलवार से काटकर हत्या किए जाने से पूरे गांव में सनसनी है। मृतकों में शनि गोप (65) व उसकी पत्नी फूलों देवी (55) शामिल है। घटना को एक महिला समेत चार पड़ोसियों ने मिलकर घर में घुसकर अंजाम दिया। अपराधियों ने शनि गोप का सर ही धड़ से अलग कर दिया। दंपति के दो बेटे सिकंदर गोप (28) व संतोष गोप (22) पर भी जानलेवा हमला किया। हमले में दोनों भाई भी जख्मी हो गए। दोनों ने किसी तरह घटना स्थल से भागकर अपनी जान बचाने में सफल रहे।
घटना की सूचना मिलने के बाद रात करीब 10 बजे पुलिस घटना स्थल पहुंचकर दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतू सदर अस्पताल भेज दिया। साथ ही मृतक के बेटों के बयान पर घटना में शामिल चार लोगों को रात में ही गांव से ही गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल सभी को थाना में रखकर पूछताछ किया जा रहा है। चारों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।
- तलवार से सिर धड़ से अलग कर दिया
घटना के संबंध में घायल संतोष गोप व सिकंदर गोप ने बताया कि रविवार को दोनों भाई मां पिता के साथ घर पर थे। तभी गांव के ही पंकज बाड़ा उर्फ पंकज भगत संतोष बाड़ा उर्फ संतोष भगत, संजय लोहरा उर्फ गुरु लोहरा व उसकी पत्नी झालो देवी घर पर आ धमके। सभी अपने हाथ में लाठी डंडा, टांगी, तलवार व बलुआ पकड़े हुए थे। इसके बाद बगैर कुछ बोले सभी माता पिता के ऊपर हमला कर दिए। इस दौरान दोनों भाई माता पिता को बचाने लगे। तभी आरोपियों ने उनपर भी हमला कर दिया। करीब एक घंटे तक दोनों भाई आरोपियों से मुकाबला करते रहे। इसी दौरान एक आरोपी संजय उर्फ गुरु लोहरा ने तलवार से उसके पिता का सर धड़ से अलग कर दिया। जबकि पंकज ने उसकी मां के सर व चेहरे पर बलुआ व टांगी से काटकर हत्या कर दी। माता- पिता की हत्या करने के बाद सभी आरोपी दोनों भाइयों के ऊपर टूट पड़े। तभी मौका पाकर घायलावस्था में ही दोनों भाई जान बचाकर वहां से भाग निकले। इसके बाद उरांव टोली पहुंचकर बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़े। कुछ देर के बाद जब दोनों को होश आया तो वे घटना की जानकारी पुलिस को दी।
- आरोपियों को घर से किया गया गिरफ्तार
इधर घटना की सूचना मिलते ही देर रात को ही एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल व थाना प्रभारी शंकर ठाकुर,पुअनि विमल कुमार, मो शारिक अली, नीतीश कुमार, सअनि तपेश्वर बैठा, कमल किशोर प्रसाद दल बल के साथ घटना स्थल पहुंचकर पहले शवों को कब्जे में किया। फिर एक एक कर आरोपियों को उसके घर से गिरफ्तार कर थाना ले आई।