सहरसा। अपराधिक गिरोहों के बीच वर्चस्व की जारी लड़ाई में सोमवार को व्यवहार न्यायालय मुख्य द्वार पर की गई गोलीबारी की घटना में एक युवक जख्मी हो गया। गोलीबारी की घटना के दौरान व्यवहार न्यायालय मुख्य द्वार पर मौजूद हथियारबंद पुलिसकर्मी दुबक कर न्यायालय के भीतर घुस गए। जिससे अपराधी बेखौफ होकर गोलीबारी की घटना को अंजाम देकर वीर कुंवर सिंह चौक की ओर फरार हो गए। जानकारी अनुसार न्यायालय से बाहर निकल रहे कहरा ब्लाक रोड निवासी सुशील यादव के ऊपर 15 बाइक पर सवार 20-25 की संख्या में पहुंचे दूसरे अपराधी गिरोह ने पांच राउंड गोली चला दी। गनीमत रही कि अपराधियों द्वारा चलाई गई गोली में से सिर्फ एक गोली सुशील के सिर को छिलती हुई निकल गई। जिससे उन्हें कोई खास नुकसान नहीं हुआ।
घटना की सूचना पर सदर थाना अध्यक्ष सुधाकर कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। वे घायल को सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां हल्की मरहम पट्टी के बाद डॉक्टर उन्हें सकुशल घोषित किया। जिसके बाद उन्हें सदर थाना लाकर पूछताछ की गई लेकिन घायल सुशील ने किसी भी अपराधी का नाम बताने से इंकार कर दिया। वे न तो सदर थाना अध्यक्ष के पास कोई आवेदन ही सुपुर्द किया और न ही अपना बयान ही दर्ज करवाया है। फिर थोड़ी देर बाद सदर थाना में वे सिर में दर्द होने की शिकायत कर चिकित्सक से जांच कराने की बात कह निकल गए। ऐसे में पुलिस भी उन्हें जाने दे दी है। हालांकि उनके लिखित शिकायत या बयान का इंतजार किया जा रहा है।
गोलीबारी में घायल सुशील यादव ने बताया कि वे व्यवहार न्यायालय पहुंचे थे। जहां न्यायालय में मौजूद अधिवक्ता रामू झा से उन्होंने अपने चल रहे मामले की तारीख के विषय में जानकारी हासिल किया। उन्हें अधिवक्ता द्वारा बताया गया कि आगामी 12 तारीख को उनकी कोर्ट में पेशी है। जिसकी जानकारी के बाद वे कोर्ट से बाहर निकल रहे थे। जैसे ही वे मुख्य द्वार पर पहुंचे। तभी 15 बाइक पर सवार 20-25 की संख्या में अपराधी उनके ऊपर गोली चलाना शुरु कर दिया। जिनमें से एक गोली उनके सिर को छूती हुई निकल गई। वे किसी भी अपराधी को नहीं पहचानते हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो घायल पीड़ित भी अपराधी प्रवृत्ति का युवक है। उनके ऊपर आर्म्स एक्ट का मामला चल रहा है। वे भी जेल जा चुके हैं।