कोलकाता
पश्चिम बंगाल की चुनावी गहमागहमी के बीच शनिवार को पूर्व केंद्रीय वितमंत्री यशवंत सिन्हा तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। तृणमूल कांग्रेस के कार्यालय में जाकर उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। टीएमसी संसदीय दल के नेता सुदीप बंदोपाध्याय और राज्य सरकार के मंत्री सुव्रत मुखर्जी ने पार्टी का झंडा देकर यशवंत सिन्हा का स्वागत किया। इस मौके पर टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओब्रायन भी मौजूद थे।
मालूम हो कि बागी तेवर अपनाने वाले सिन्हा ने 2018 में भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। मौके पर सिन्हा ने कहा कि प्रजातंत्र की ताकत प्रजातंत्र की संस्थाएं है, पर आज हर संस्थाएं कमजोर हो गई है। पर लगता है कि किसी को इसकी चिंता नहीं है। सतारूढ़ भाजपा का एक ही मकसद है कि जहां भी चुनाव हो, उसे जीतना है। दिल्ली की सरहद पर बैठी अन्नदाता किसान के बारे में कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि अटल जी की पार्टी और आज की भाजपा में जमीन आसमान का अंतर है। ऐसे में जिन्हें प्रजातंत्र पर विश्वास है, उन्हें साथ आने की जरूरत है। ममता बनर्जी शुरू से ही फाइटर रही है। टीएमसी बहुमत से फिर सत्ता में वापस आएगी। पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि बंगाल व देश के भविष्य के लिए यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण है। 2024 के परिवर्तन का रास्ता बंगाल से होकर गुजरेगा।