koderma news : बारहवीं के छात्र ने अपनी प्रेमिका को मैट्रिक की परीक्षा में बेहतर अंक दिलाने के लिए अपने दसवीं के साथी के साथ मिलकर मजदूर बनकर प्रश्न पत्र की चोरी की थी। जैक बोर्ड प्रश्न पत्र लीक मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए मास्टरमाइंड समेत इस मामले में शामिल 6 आरोपियों को गिरिडीह से गिरफ्तार कर लिया है। मामले में रोहित कुमार, मुकेश कुमार, कमलेश कुमार, अंशु कुमार पांडेय, कृष्णा कुमार पांडेय व लालमोहन कुमार को गिरफ्तार किया गया है। जिससे लगातार पूछताछ की जा रही है। इस मामले में सबसे चौकानें वाली बात यह है कि पकड़े गए अधिकाश आरोपी खुद छात्र है।

पकड़े गए आरोपी कमलेश कुमार जो जमुआ का रहने वाला है, ने अपनी गर्लफ्रेंड जो इस बार मैट्रिक परीक्षा दे रही है। उसकी मदद करने के लिए मुकेश कुमार सहित साथियों के साथ मिलकर पेपर लीक की योजना बनाई थी। र्गौरतलब हो कि पेपर लीक मामले के खुलासे के लिए कोडरमा पुलिस के द्वारा एक विशेष टीम का गठन किया गया था। पुलिस मुख्यालय भी लगातार इसके उद्भेदन के लिए मॉनिटरिंग कर रही थी। विभिन्न जिलों में छापामारी की गई और कई लोगों को संदेह के आधार पर पकड़ा भी गया। इसी दौरान गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार अहले सुबह गिरिडीह के नगर थाना क्षेत्र के न्यू-बरगंडा में एक माकान में छापेमारी कर सभी छह आरोपियों को पकड़ा था। बाद में उसकी निशानदेही पर लीक किए गए प्रश्न पत्र बरामद किया।
पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि 7 फरवरी को रांची से गिरिडीह आए प्रश्नपत्र को जिस वाहन से उतारा जा रहा था। उसकी ढुलाई यही लोग कर रहे थे और मौका पाकर सीलबंद को पैकेट को ब्लेड की सहायता से फाड़कर उससे प्रश्नपत्र चुरा लिए। इनके पास से इनकी मोबाइल को जब्त कर जब जांच की गई तो, पाया कि जो प्रश्नपत्र पीडीएफ बनाकर लीक की गई थी, वो इनके मोबाइल से ही वहीं, जिस कंबल और चटाई पर प्रश्नपत्र रखकर उसका फोटो खींच कर पीडीएफ बनाया गया था, उसे भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
पकड़े गए आरोपी खुद पढ़ाई भी करते थे और मजदूरी भी करते थे। कमलेश और मुकेश ने पूछताछ में बताया कि उनलोगों ने गाड़ी से प्रश्नपत्र खाली कर स्ट्रांग रूम तक पहुंचाने के क्रम में प्रश्नपत्र के बंडल की सील फाड़कर उससे परीक्षा में आने वाले हिंदी और विज्ञान के प्रश्नपत्रों को निकाल लिये थे।पुलिस ने आरोपियों के छह मोबाइल फोन जब्त किए हैं, जिनमें से लीक हुए 10वीं विज्ञान के प्रश्न पत्र की प्रतियां बरामद हुई हैं। जांच के दौरान उस कंबल और चटाई को भी जब्त किया गया है, जिसमें प्रश्न पत्र छिपाकर ले जाया गया था। पुलिस अब इन सभी आरोपियों की उम्र, व्यवसाय और पते की पुष्टि करने में जुटी है।
इस पूरे मामले में गिरिडीह के जिस जगह स्ट्राग रूम बनाया गया था। वहीं से सुरक्षा में चुक की बात सामने आ रही है। वहां तैनात अधिकारी और कर्मी और जिसको इसकी जिम्मेदारी दी गई थी, वे भी सवालों के घेरे में हैं। क्योंकि जब सील बंद पैकेट फाड़कर प्रश्नपत्र निकाल लिया गया। उसके बाद परीक्षा वाले दिन जब स्ट्रांग रूम से प्रश्नपत्र को परीक्षा केंद्र पहुंचाने के दौरान आखिर किसी को इसकी जानकारी क्यों नही हुई।
गिरीडीह से लीक हुई पेपर कोडरमा, हजारीबाग, गढ़वा, पलामु, मधुपुर सहित अन्य जिलों तक पहुॅचा था। जिसके बाद प्रश्न पत्र पूरा वायरल हो गया था। पुलिस अब पूरे चेन को खंगाल रही है। इसमें कई कोचिंग संचालक की संलिप्तता भी सामने आयी है। जिन्होने पैसे देकर प्रश्न पत्र खरीदा था। ज्ञात हो कोडरमा पुलिस ने मामला सामने आने के बाद ही एक कोचिंग संचालक व एक छात्र को गिरफतार कर लिया था।