नई दिल्ली: राजस्थान में विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले सियासी हलचल फिर तेज हो गई है। पार्टी के अंदर सीएम गहलोत के खिलाफ बगावत करने वाले सचिन पायलट ने सोमवार को राहुल और प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि ये तीनों के बीच हुई ये मुलाकात सकारात्मक रही है,इसके बाद संकेत दिख रहे हैं कि सचिन पायलट को कांग्रेस मनाने में कामयाब रही है। बता दें कि 14 अगस्त से ही राजस्थान में विधानसभा का सत्र चल रहा था, उससे पहले सचिन पायलट गुट ने सत्र में शामिल होने के संकेत दे दिए थे।
इसके बाद प्रियंका और राहुल गांधी से मुलाकात के बाद उम्मीद है, कि पायलट अपनी नाराजगी भूलकर पार्टी में वापस आएंगे। इसके पहले भी सचिन पायलट ने बगावत की थी, तब प्रियंका से उनकी कई बार फोन पर बात हुई थी और उन्होंने मसला सुलझाने की कोशिश की थी।इसके पहले सोमवार को खबर आई थी कि गहलोत गुट के विधायकों ने मांग की है कि बागी विधायकों पर एक्शन होना चाहिए, जिसपर प्रभारी अविनाश पांडे ने हामी भरी थी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पायलट के साथ करीब 22 विधायक थे। राज्य सरकार ने उनपर सरकार गिराने का आरोप लगाकर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया था। जिससे सचिन पायलट खासा नाराज हुए थे, उनकी बगावत के बाद ही कांग्रेस ने सचिन से उपमुख्यमंत्री-प्रदेश अध्यक्ष का पद छीन लिया था। सीएम गहलोत ने आरोप लगाया गया था कि सचिन पायलट भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार गिराने की कोशिशों में जुटे थे, फोन टेपिंग जैसे कई सबूत होने का दावा किया था।
हालांकि,एक ओर जहां गहलोत लगातार सचिन पायलट पर हमलावर थे, दूसरी ओर कांग्रेस का शीर्ष आलाकमान उन्हें पार्टी में लाने की कोशिशों में जुटा था। राहुल-प्रियंका समेत अन्य शीर्ष नेताओं ने सचिन पायलट से बात करने की कोशिश की, बार-बार खुली प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी सचिन पायलट को वापस आने का न्यौता दिया गया।