Patna News: उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद और उनके जैसे बड़े घोटालेबाजों को कानून के शिकंजे में लाकर जेल भेजने का काम किया। चारा घोटाला हो, महागठबंधन सरकार के समय का मॉल-मिट्टी घोटाला हो या रेलवे की नौकरी के बदले गरीबों की जमीन लेने का घोटाला हो, सुशील मोदी ने लालू परिवार के हर भ्रष्टाचार को पुख्ता सबूत के साथ उजागर किया। वे एक तरफ भ्रष्टाचार और घोटालों पर हमला करते रहे तो दूसरी तरफ बिहार में एनडीए सरकार और विकास की राजनीति के बड़े शिल्पकार भी थे।
सुशील कुमार मोदी शोध संस्थान के तत्वावधान में राजधानी के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित जयंती समारोह में सम्राट चौधरी ने कहा कि सुशील मोदी 13 वर्षों तक बिहार की एनडीए सरकार के वित्त मंत्री रहे। इस नाते उन्होंने वित्तीय अनुशासन लाने और बिहार को बीमारू राज्य की कतार से उठाकर सबसे तेज विकसित होने वाला प्रदेश बनाने में बड़ी भूमिका निभायी। चौधरी ने कहा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस और तेज विकास दर हासिल करने में सुशील मोदी ने हमेशा नीतीश कुमार का साथ दिया। वे अपनी इन्ही क्षमताओं की वजह से मुख्यमंत्री के निकट थे।
उन्होंने कहा कि भाजपा-जदयू की गठबंधन सरकार को टिकाऊ और परिणामदायक बनाने में सुशील मोदी ने समन्वय का जो राजनीतिक कौशल दिखाया, वह हम सबके लिए प्रेरणादायक है।चौधरी ने कहा कि 1990 में जब वह पहली विधायक बने तब सामाजिक न्याय और दलितों-पिछड़ों के सम्मान के लिए संघर्ष का महत्वपूर्ण दौर था। ऐसे समय में सुशील मोदी ने भाजपा को सामाजिक न्याय के साथ मजबूती से खड़ा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
उन्होंने कहा कि संविधान, अम्बेडकर, आरक्षण, जातीय जनगणना, संसदीय परम्परा, बजट, जीएसटी और वित्तीय प्रबंधन पर पार्टी का पक्ष सर्वाधिक प्रभावशाली ढंग से रखने में सुशील मोदी की प्रतिभा का लोहा माना जाता था। चौधरी ने कहा कि बिहार में किसी बड़ी घटना-दुर्घटना के बाद सबसे पहले वहां पहुंचने की तत्परता उन्होंने कर्पूरी ठाकुर (अब भारत रत्न) से सीखी थी और इसे सार्वजनिक रूप से स्वीकार करते थे।
चौधरी ने कहा कि यह सुशील मोदी की अद्भुत प्रतिभा और लोकप्रियता का प्रमाण है कि वे बिहार विधानमंडल और संसद यानी विधायिका के सभी चार सदनों के सदस्य रह चुके थे। उप मुख्यमंत्री चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्णकालिक कार्यकर्ता रहने और जेपी आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने के बाद सुशील मोदी भाजपा के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी की प्रेरणा से चुनावी राजनीति में आये थे। उनका जीवन और संघर्ष नई पीढी को सदा सकारात्मक राजनीति का मार्ग दिखाता रहेगा।