सारण। बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब पीने से लगातार मौतें हो रहीं हैं। सारण के मकेर थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से अब तक कुल 11 लोगों की मौत हो गई है। इनमें से सात लोगों की मौत पटना के पीएमसीएच में इलाज के दौरान हुई है। दो लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। जहरीली शराब पीने वाले कई लोग अभी भी छपरा सदर अस्पताल में भर्ती हैं। सारण जिलाधिकारी ने सभी मौतों की पुष्टि करते हुए बताया कि एक शख्स ऐसा भी था जिसके शव को बिना पोस्टमार्टम के ही जला दिया गया। उन्होंने बताया कि आज सुबह दो मरीजों की हालत गंभीर होने पर पीएमसीएच रेफर किया गया है। जांच रिपोर्ट के मुताबिक बीमार लोगों में मेथनॉल पॉइजन पाये जाने की जानकारी मिली।
मरने वालों में भेल्दी थाने के सोनहो भाथा गांव के पारस महतो का पुत्र चंदन महतो, मकेर थाने के फुलवरिया भाथा नोनिया टोली गांव के काशी महतो का पुत्र कमल महतो, भरोसा महतो का पुत्र ओमनाथ महतो और विलास महतो का पुत्र चंदेश्वर महतो, सकलदीप महतो, धनी लाल महतो व राजनाथ महतो के नाम शामिल है। चंदन महतो की घर पर ही जान चली गयी थी, जिसका परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही दाह संस्कार कर दिया। डीएम और एसपी मामले की जांच के लिए घटनास्थल पर लगातार कैंप कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने किया प्रदर्शन
छपरा-रेवा-मुजफ्फरपुर एनएच पर मकेर थाना क्षेत्र के सोनहों चौक के पास भाथा गांव के पीड़ित परिवारों की महिलाओं ने जाम लगा दिया। उनका कहना था कि प्रशासन उनके परिजनों को गिरफ्तार कर रहा है। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि जो लोग गंभीर रूप से पीड़ित है उनका बेहतर इलाज भी नहीं किया जा रहा है। प्रदर्शन की जानकारी मिलने के बाद मौके पर स्थानीय पुलिस के अलावा सदर एसडीओ अरुण कुमार सिंह, एसडपीओ एमपी सिंह ने पहुंचकर लोगों को समझा-बुझाकर जाम को खत्म कराया।
सारण के पुलिस अधीक्षक सन्तोष कुमार ने बताया कि पूरे इलाके में सघन अभियान चलाया जा रहा है अब तक करीब 60 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। घटना के बाद स्थानीय थानाध्यक्ष और चौकीदार को निलंबित किया गया है। जांचोपरांत दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।