सीवान। लालू यादव और उनके परिवार के बेहद करीबी माने जाने वाले सीवान के विधायक अवध बिहारी चौधरी ने गुरुवार को बिहार विधानसभाध्यक्ष के पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। चौधरी द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करते समय बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत राजद और जदयू के कई प्रमुख नेता उपस्थित थे।
बताते चलें कि बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन में फेरबदल होने के बाद बुधवार को भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा ने बिहार विधानसभाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। अब उक्त महत्वपूर्ण पद के लिए सत्तारूढ़ महागठबंधन ने सीवान के राजद विधायक अवध बिहारी चौधरी को विधानसभा अध्यक्ष के पद के लिए नामित किया है।
उल्लेखनीय हो कि सीवान शहर के रहने वाले अवध बिहारी चौधरी 6 बार विधायक चुने जा चुके हैं। 76 साल के अवध बिहारी चौधरी लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के कैबिनेट के काफी प्रभावशाली मंत्री भी रह चुके हैं। लालू यादव ने उन्हें अपनी पार्टी का संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बना रखा था और अब उनके ऊपर यह बड़ी जिम्मेदारी है।
बिहार विधानसभा में सत्तारूढ़ महागठबंधन के विधायकों की संख्या को देखे तो सीवान विधायक अवध बिहारी चौधरी का बिहार विधानसभा का अध्यक्ष बनना सुनिश्चित हो चुका है। चौधरी को मिल रहे इस उपलब्धि पर सीवान में उनके समर्थकों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। बताते चलें कि 17 अगस्त 1946 में जन्मे 76 वर्षीय अवध बिहारी चौधरी सीवान विधानसभा क्षेत्र से 1985, 1990, 1995, 2000 और फरवरी, 2005 में विधायक चुने गए। 2020 में भी वह विधायक बने है। उन्होंने 2000 में भी महागठबंधन की ओर से विधानसभाध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ें थे, लेकिन विजय कुमार सिन्हा से मुकाबले में पिछड़ गए।