नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बिहार में बनने वाली 9 राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी। साथ ही उन्होंने राज्य में हर गांव में ऑप्टिकल फाइबर केबल के जरिए इंटरनेट सेवा शुरू किए जाने का भी उद्घाटन किया। राजमार्ग की इन 9 परियोजनाओं पर लगभग 14 हजार 258 करोड रुपए खर्च होंगे। इसकी कुल लंबाई 350 किलोमीटर होगी। मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए गांव पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों की अनदेखी के कारण ही गांव के विकास को लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण अब तक नहीं हो सका है। दुनिया में वैसे ही देशों ने सबसे अधिक तरक्की की है जिसने अपने इंफ्रास्ट्रक्चर पर गंभीरता से निवेश किया है। लेकिन भारत में व्यापक बदलाव लाने के उद्देश्य से इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास वाले प्रोजेक्ट पर सही तरीके से ध्यान नहीं दिया गया। उल्लेखनीय है कि बिहार में इन 9 राज्य मार्ग के निर्माण से यहां के लोगों की झारखंड एवं उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में आवाजाही में काफी सुविधा मिलेगी।
बख्तियारपुर से रजौली तक राष्ट्रीय राजमार्ग 31 के 47. 23 किलोमीटर लंबी सड़क को फोरलेन किया जाएगा
जिन राजमार्गों की पीएम द्वारा आधारशिला रखी गई है उनमें बख्तियारपुर से रजौली तक राष्ट्रीय राजमार्ग 31 के 47. 23 किलोमीटर लंबी सड़क को फोरलेन किया जाएगा] जिस पर 1149. 55 करोड रुपए की लागत आएगी। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 के आरा -मोहनिया खंड पर 54 . 53 किलोमीटर के फोरलेन की परियोजना पर ईपीसी मोड से 885. 41 करो रुपए खर्च किए जाएंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर आरा- मोहनिया पथ पर ही 60. 80 किलोमीटर सड़क को फोरलेन किया जाएगा। नरेनपुर से पूर्णिया तक राजमार्ग 131ए पर 49 किलोमीटर सड़क को फोरलेन किया जाएगा जिस पर 2288 करो रुपए खर्च किए जाएंगे। एनएच 131 जी पटना रिंग रोड कन्हौली रामनगर पथ को सिक्स लेन में तब्दील किया जाएगा, जिस पर 913 . 15 करोड रुपए की लागत आएगी। पटना में गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के ही समानांतर राष्ट्रीय राजमार्ग 19 वाली 14. 5 किलोमीटर सड़क को फोरलेन किया जाएगा, जिस पर 2926 . 42 करो रुपए की लागत आएगी। कोसी नदी पर एनएच 106 पर 28. 93 किलोमीटर सड़क को फोरलेन किया जाएगा, जिस पर 1478 . 40 करोड़ पर खर्च किए जाएंगे( गंगा नदी पर राष्ट्रीय राजमार्ग 131 बी पर विक्रमशिला सेतु के समानांतर 4. 445 किलोमीटर सड़क फोरलेन किया जाएगा जिस पर 1110. 30 करोड़ रुपए की लागत आएगी
बिहार के 45945 गांव को डिजिटल क्रांति से जोड़ते हुए तेज गति से इंटरनेट सुविधा बहाल होगी
प्रधानमंत्री के हाथों उद्घाटन किए गए ऑप्टिकल फाइबर इंटरनेट सेवा के तहत बिहार के 45945 गांव को डिजिटल क्रांति से जोड़ते हुए इन गांव में तेज गति से इंटरनेट सुविधा बहाल होगी। बिहार में कुल 34821 सामान्य सेवा केंद्र हैं। ऑप्टिकल आधारित इंटरनेट सेवा शुरू किए जाने से इन केंद्रों के जरिए किए जाने वाले व्यवसायिक गतिविधियों में काफी तेजी आने की उम्मीद है। इस परियोजना के तहत सरकारी संस्थानों जैसे प्राथमिक स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, आशा कार्यकर्ता और जीविका दीदी को नि:शुल्क एक वाईफाई एवं 5 इंटरनेट कनेक्शन दिए जाएंगे। इंटरनेट की परियोजना शुरू होने से बिहार के गांव में रहने वाले लोगों को मात्र एक क्लिक के जरिए सामाजिक सुरक्षा सहित सरकार प्रायोजित सभी सुविधाएं सुलभ रुप से मिल सकेगी। इस अवसर पर बिहार के राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, आरके सिंह और बी के सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद