Patna: बिहार के पाटलीपुत्र लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार और वर्तमान सांसद रामकृपाल यादव के काफिले पर मसौढ़ी में शनिवार रात हुए जानलेवा हमले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने रविवार को भाजपा कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस मामले में कठोर कार्रवाई की जाएगी।
सम्राट चौधरी ने कहा कि सरकार का रूख स्पष्ट है। इस मामले में जो भी दोषी हैं वो नप जाएंगे। उन्होंने कहा कि हार की बौखलाहट से राजद के गुंडों ने रामकृपाल यादव के ऊपर पाटलिपुत्र में फायरिंग कर दी। इसकी जांच के लिए हमने एसआईटी बना दी है और एक-एक पर कठोरतापूर्वक कार्रवाई होगी। राजद फिर बिहार में गुंडाराज बहाल करना चाहती है।
इस मौके पर राम कृपाल ने कहा कि शनिवार शाम वह क्षेत्र के पोलिंग बूथ का भ्रमण करने के लिए निकले थे। इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि स्थानीय विधायक रेखा देवी बूथ पर मतदान को बाधित करने की कोशिश कर रही हैं। वह मौके पर पहुंचे। इसके बाद वे दूसरे गांव के लिए निकले तो पहले से ही कुछ लोग बंदूक के साथ वहां मौजूद थे। कुछ लोगों ने उनपर तीन-चार फायरिंग कर दी।
इसके बाद जब भाजपा समर्थकों ने पूछा कि सांसद पर गोली क्यों चल रहे हो, तो उन्होंने समर्थकों पर भी राइफल के बट से हमला कर दिया। हालांकि, उनकी जान बच गई। ऐसा हो सकता था कि वे उनकी जान ले लेते। उन्होंने कहा कि हम कभी ऐसा सोच भी नहीं सकते थे। उन्होंने कहा कि पाली और दानापुर में भी उनके कार्यकर्ताओं को पीटा गया।
उल्लेखनीय है कि पाटलिपुत्र से भाजपा उम्मीदवार पर शनिवार करीब 7.30 बजे तिनेरी-मठिया गांव के पास उनकी गाड़ी पर कुछ बदमाशों ने फायरिंग कर दी। हालांकि, रामकृपाल यादव पूरी तरह सुरक्षित हैं लेकिन उनके काफिले के साथ चल रहे एक युवक पर उन बदमाशों ने जानलेवा हमला कर दिया और उसका सिर फोड़ दिया।
अंतिम चरण के मतदान के दिन रामकृपाल यादव के समर्थकों और मसौढ़ी विधायक के बीच विवाद हुआ था। लोग नाराज थे कि विधायक मतदान केंद्र पर कैसे आ गयीं। विवाद की सूचना मिलने पर रामकृपाल यादव भी तिनेरी गांव पहुंच गए थे। जब वहां से रामकृपाल यादव लौट रहे थे तब उन्हें निशाना बनाया गया था। पटना पुलिस ने हमलावारों की पहचान कर लेने का दावा किया है और बताया है कि हमला करने वाले तिनेरी मठिया के ही हैं।