पटना।
लगातार बारिश के कारण बिहार के नौ प्रमुख नदियों खतरे के निशान से उपर हो गई है। कोसी के बीरपुर वैराज पर गुरूवार की देर रात 1.67 लाख क्यूसेक पर पहुंच गई है। जबकि गंडक के बाल्मिकी नगर बैराज पर शुक्रवार की सुबह 2.70 लाख क्यूसेक पानी था। कोसी सहरसा, सुपौल, खगडिया, गंडक गोपालगंज में बागमती मुजफ्फरपुर व दरभंगा में बुढी गंडक और समस्तीपुर व पूर्व चंपारण की अन्य नदियां लाल निशान से उपर है। यही हाल कमला बलान मधुबनी में, खिरोई दरभंगा, लखनदेई सीतागढ़ी व परमान अररिया और पूर्णिया में भी नदियों का यही हाल है।
बाढ़ के कारण मोतिहारी प्रखंड के छपरा-बहास मुख्य पथ का बाढ़ ध्वस्त हो गया है। कई मार्गो पर आवागमन बाधित है। कई गांवो के सैकड़ो घर जलमग्न है। राज्य की उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने बताया कि 54 बाढ़ प्रभावित प्रखंडो में 95 सामुदायिक राहत केंद्र खोले गए है। सुबह शाम 33 हजार से अधिक लोगो को भोजन दिया जा रहा है। इन इलाको में एनडीआरएफ की सात और एसडीआरएफ की छह टीम तैनात की गई है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि संबंधित जिलो के डीएम को राहत कार्य शुरूक करने का निर्देशदिया गया है। नावो का परिचालन शुरू किया गया है। राहत शिविरो में कोविड टीकाकरण के निर्देश दिए गए है। रेणु देवी ने पश्चिम चंपारण के प्रभावित क्षेत्रो का दौरा भी किया।