रामगढ़।पुलिस ने पतरातू प्रखंड अंतर्गत बीचा गांव निवासी मुखिया महेश बेदिया की मौत मामले का खुलासा करते हुए ठेकेदार साहिल अंसारी को गिरफ्तार किया है। मुखिया का अपहरण शौचालय निर्माण में लगे ठेकेदार ने अपने दो भांजो के साथ मिलकर किया और बाद में उसकी हत्या कर शव को बंद पड़े खदान में फेंक दिया था। गिरफ्तार ठेकेदार की निशानदेही पर मुखिया की बाइक सहित हत्या में प्रयुक्त तार व एक अन्य बाइक बरामद की गई है। पुलिस शेष आरोपियों की तलाश में जुटी है।
एसपी प्रभात कुमार ने बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता में इस बात का खुलासा करते हुए बताया कि मुखिया महेश बेदिया की हत्या में शामिल ठेकेदार शौचालय निर्माण में घोटाला किया था। जब पूरा घोटाला उजागर हो गया, तब ठेकेदार ने मुखिया पर पैसे रिलिज करने का दबाव बनाया था। इस पर मुखिया ने उसे साफ तौर पर कह दिया था कि जब तक घोटाले की पूरी जांच नहीं हो जाती है, तब तक वह सरकारी फंड रिलीज नहीं करेंगे। इसको लेकर मुखिया और ठेकेदार के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई थी।
उन्होंने बताया कि 10 जनवरी की शाम को मुखिया अपनी बाइक बनवाने घर से निकला था। बाजार में जब ठेकेदार ने मुखिया को देखा तो उसने अपराध की योजना बना डाली। उसने अपने दो भांजो की मदद से मुखिया का अपहरण कर गांव के एक बंद फैक्ट्री में पहले बैठाया और उसे पैसे रिलिज करने को कहा। जब मुखिया इस पर राजी नहीं हुआ तो उसका गला तार से घोट कर हत्या कर दी। इसके बाद शव को बंद खदान में फेंक दिया था।
घटना के बाद साहिल अंसारी उर्फ सिद्दीकी, पिता- अली हुसैन, ग्राम- महुआ तोला, धाना- भदानीनगर ओ०पी०, जिला- रामगढ़ एवं अन्य अज्ञात अपराधकर्मियोके विरुद्ध प्राथमिकीदर्ज की गई थी। काण्ड के त्वरित उद्भेदन को लेकर पुलिस अधीक्षक के द्वारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पतरातू के नेतृत्व में एक विशेष अनुसन्धान टीम (SIT) का गठन किया गया था । SIT के द्वारा मंगलवार को काण्ड के प्राथमिकी अभियुक्त शाहिल अंसारी उर्फ सिद्दीकी को गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद साहिल असारी ने अपराध स्वीकारोक्ति बयान में दो अन्य अपराधकर्मियों के साथ तार से गला घोंटकर हत्या करने की बात को स्वीकार किया गया एवं हत्या
करने के पश्चात शव को छिपाने एवं अन्य साक्ष्य को मिटाने के उद्देश्य से शव को लाकर भुरकुंडा ओ०पी० क्षेत्र अंतर्गत खदान में फेंक दिया।