सहरसा। एसबीआई मेन ब्रांच द्वारा रुपए जांच के दौरान पकड़े गए जाली नोट मामले में एसबीआई मेन ब्रांच के मुख्य प्रबंधक द्रविण कुमार ठाकुर की शिकायत पर सदर थाना में मामला दर्ज किया गया है। शिकायत में कहा है कि सोमवार की सुबह 11:44 बजे महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंस सर्विस लिमिटेड और भी-मार्ट रिटेल लिमिटेड का सीएमपी कैश वाहक एवं सदर थाना क्षेत्र के हटिया गाछी निवासी प्रमोद भगत के पुत्र रितिक कुमार दो पर्ची द्वारा कुल 8 लाख 56 हजार 481 रुपए लेकर पहुंचा। जिनमें से कुल 6 लाख 79 हजार 812 रुपए महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंस की थी। जबकि कुल 1 लाख 76 हजार 671 रुपए भी-मार्ट की थी। ऐसे में वे दो पर्ची का कुल 8 लाख 56 हजार 481 रुपए अलग-अलग जमा पर्ची के साथ कैश काउंटर पर नियुक्त कैशियर मेघा त्यागी के पास जमा करने के लिए दिया। इनके द्वारा पैसा लेकर जमाकर्ता को पर्ची दे दिया गया। जा
वे पैसा जमा करने के बाद ब्रांच में दिन के 12:47 बजे वापस चले गए। इनके जाने के बाद मेघा त्यागी द्वारा जमा किए गए पैसा को नीचे जाकर सेटिंग के क्रम में जब नोटों की गिनती एवं जांच की गई। जिसमे कुछ नोट जाली पाए गए। जिनमें से कुल राशि में से 500 के कुल 549 नोट यानी कुल 2 लाख 74 हजार 500 रुपए की करेंसी जाली पाया गया। जाली नोट करेंसी नोट कुल 4 संख्याओं के थे। जिनमें एक 3 ईएन 925693 , दूसरा 8 एचएन 037457 , तीसरा 6 डीक्यू 665214 और चौथा 6 डीक्यू 665213 सीरीज में थे। हालांकि उन्होंने अपनी शिकायत में किसी को भी आरोपी नहीं बनाया है। ऐसे में कैश कैरी बॉय रितिक रोशन और भी-मार्ट के मैनेजर एवं मुजफ्फरपुर निवासी मनीष कुमार के अलावे महिंद्रा एंड महिंद्रा के कैशियर एवं अकाउंटेंट को पूछताछ के लिए रोक रखा है।
सदर थाना अध्यक्ष सुधाकर कुमार ने बताया कि कैश कैरी बॉय द्वारा महिंद्रा एवं महिंद्रा फाइनेंस और भी-मार्ट से रुपए की कलेक्शन की गई थी। नोट कहां से जाली निकला। इसकी जांच हो रही है। भी-मार्ट , महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंस और सीएमसी कैश कैरी बॉय के साथ बैंक की भूमिका आदि सभी बिंदुओं पर जांच हो रही है। जल्द ही घटना का उद्भेदन किया जाएगा।