Bhagalpur: जिले के तातारपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत बहुचर्चित दवा व्यवसायी रौनक केडिया हत्याकांड का पुलिस ने सफल उद्भेदन करते हुए घटना को अंजाम देने वाले शूटर एवं साजिशकर्ता सहित तीन अपराधकर्मी को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही घटना में प्रयुक्त पिस्टल एवं बुलेट बाईक भी बरामद किया गया है। उक्त आशय की जानकारी शनिवार को एसएसपी आनंद कुमार ने एक प्रेस वार्ता के दौरान दी।
एसएसपी ने बताया कि बीते 07 अगस्त की रात्रि में तातारपुर थाना अन्तर्गत काजवलीचक के रहने वाले रौनक केडिया को अज्ञात अपराधकर्मियों के द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एफ एस एल टीम एवं वरीय पदाधिकारियों के द्वारा तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। जहाँ से 05 गोली एवं 01 पिलेट जब्त किया गया। इस संबंध में तातारपुर थाना में सुसंगत धाराओं में पंजीकृत किया गया। घटना का उद्भेदन एवं अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए श्री राज पुलिस अधीक्षक नगर के निगरानी एवं अजय कुमार चौधरी पुलिस उपाधीक्षक नगर के नेतृत्व में एक एसआईटी गठित की गई।
एसआईटी द्वारा सीसीटीवी फूटेज, तकनिकी साक्ष्यों एवं वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर 10 दिनों के अंदर घटना का सफल उद्भेदन कर लिया गया। करीब 50 सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया गया तथा तातारपुर, हबीबपुर, जोगसर, बरारी, असरगंज (मुंगेर), देवघर (झारखंड), तारापीठ (प० बंगाल) सहित कई जगहों पर छापेमारी की गई।
16 अगस्त को अमित कुमार सिंह साजिशकर्ता एवं 17 अगस्त को आलोक राज शूटर एवं अजीत कुमार को गिरफ्तार किया गया। अमित कुमार सिंह एवं आलोक राज के निशानदेही पर अजीत कुमार के घर हरिहरपुरसे घटना में प्रयुक्त देशी पिस्टल को बरामद किया गया। घटना का कारण मृतक के पिता बलराम केडिया के पास अमित कुमार सिंह के पिता का पुराना बकाया पैसा था, जिसे अमित कुमार सिंह के द्वारा लगातार 08 महिनों से बकाया पैसा मांगा जा रहा था। परन्तु बलराम केडिया टाल-मटोल एवं गाली-गलौज करने लगे तथा दूसरों से भी गाली दिलवाये। इससे आक्रोश में आकर अमित कुमार सिंह ने उक्त घटना को अंजाम दिया। आलोक राज उर्फ दिलखुश का आपराधिक इतिहास रहा है। इसके खिलाफ विभिन्न थानों में आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं।