रांची।

साहेबगंज में पदस्थापित महिला थाना प्रभारी रुपा तिर्की की संदेहास्पद मौत के मामले में दायर जनहित याचिका और क्रिमिनल रिट में गुरुवार को झारखंड हाई कोर्ट में दो हस्तक्षेप याचिका दायर की गई है। एक हस्तक्षेप याचिका पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के करीबी पत्रकार सुनील तिवारी ने आइए नंबर 2499/ 21 तथा दूसरा भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने आइए नंबर 255 / 21 दायर कर रुपा तिर्की की मौत को संदेहास्पद बताते हुए पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
हस्तक्षेप याचिका में कहा गया है कि रुपा तिर्की ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसकी हत्या की गई है। पुलिस जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। ऐसी हालत में सीबीआई की निष्पक्ष जांच से ही रुपा तिर्की को न्याय मिल सकता है। इसके अतिरिक्त यह भी कहा गया है कि रुपा तिर्की की मौत के मामले में सत्ता दल के एक प्रभावशाली व्यक्ति का नाम आ रहा है। सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के ऊपर गंभीर आरोप लगे हैं। मालूम हो कि इससे पहले रुपा तिर्की की मौत के मामले में सीबीआई जांच के अलावा पंकज मिश्रा की संपत्ति की जांच ईडी से कराने की मांग की गई है।