Ranchi: झारखंड की सियासी गतिविधियों के बीच साेमवार काे फ्लोर टेस्ट में पास होने के बाद हेमंत सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। राजभवन में आयोजित शपथ समारोह में इस बार तीन नए चेहरों को मौका मिला है। कांग्रेस की दीपिका पांडेय सिंह, इरफान अंसारी और झामुमो के बैघनाथ राम को कैबिनेट में जगह दी गयी है।
पिछली बार चंपाई सोरेन की कैबिनेट से बैघनाथ राम को किनारा कर दिया गया था। लेकिन हेमंत कैबिनेट में उनको जगह मिल गयी। वहीं चंपाई कैबिनेट में शामिल रहे बादल पत्रलेख और बसंत सोरेन को साइड लाइन कर दिया गया। इरफान अंसारी को आलमगीर आलम की जगह मिली है। वहीं दीपिका पांडेय सिंह को बादल पत्रलेख के जगह मिली है।
सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन सभी मंत्रियों को पद और गोपनियता की शपथ ली। चंपाई साेरेन के बाद रामेश्वर उरांव, राजद के इकलौते विधायक सत्यानंद भोक्ता, बैघनाथ राम, दीपक बिरूआ, बन्ना गुप्ता, इरफान अंसारी, मिथलेश ठाकुर, बेबी देवी और दीपिका पांडे सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली।
किस पार्टी से कौन मंत्री
जेएमएम – चंपाई सोरेन, बैघनाथ राम, बेबी देवी, मिथिलेश ठाकुर, हफीजुल हसन, दीपक बिरूआ
कांग्रेस – बन्ना गुप्ता, रामेश्वर उरांव, इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह
राजद- सत्यानंद भोक्ता
पांच माह बाद जेल से निकलने के बाद हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में इंडी गठबंधन दल की बैठक हुई थी। इस बैठक में हेमंत सोरेन को फिर से विधायक दल का नेता चुना गया था। इसके बाद चार जुलाई को हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वहीं आठ जुलाई को हेमंत ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था, जिसमें हेमंत सोरेन ने विश्वास मत हासिल कर लिया। इस दौरान 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में विश्वासमत के प्रस्ताव के पक्ष में 45 और विपक्ष में शून्य मत पड़े। प्रस्ताव के पक्ष झारखंड मुक्ति मोर्चा के 27, कांग्रेस के 17, राष्ट्रीय जनता दल के एक और सीपीआई विधायक के एक वोट पड़े।
जेएमएम से निष्कासित नेता चमरा लिंडा और लोबिन हेंब्रम ने भी सरकार को समर्थन दिया। लोकसभा चुनाव कांग्रेस का दामन थाम चुके भाजपा विधायक जयप्रकाश भाई पटेल सदन से अनुपस्थित रहे। सरयू राय तटस्थ रहे। उन्होंने किसी के पक्ष में वोट नहीं दिया। वहीं मनोनीत विधायक जेपी गॉलस्टेन ने भी सरकार का समर्थन किया।
देखें हेमंत सरकार के मंत्रियों को कौन सा विभाग मिला