Ranchi: रांची के प्रभात तारा मैदान में रविवार को न्याय उलगुलान महारैली को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन न्याय उलगुलान महारैली की तैयारियों का जायजा लेने खुद प्रभात तारा मैदान पहुंचे।
इस बीच मुख्यमंत्री पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम लोग केंद्र सरकार के नीतियों का पोल खोलने का काम करेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को लेकर जनता में काफी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि जनता लोकसभा चुनाव में इसका जवाब देगी। मंहगाई, बरोजगारी बड़ा मुद्दा है। झारखंड में 14 सीटों पर गठबंधन विजयी होगा। मौके पर झामुमो के सुप्रियो भट्टाचार्य, कांग्रेस से राकेश सिन्हा , राजद से कैलाश यादव, माले नदीम खान, आबिद खान सहित अन्य कई लोग मौजूद थे।
झामुमो की ओर से आयोजित इस उलगुलान महारैली में इंडी गठबंधन के कई दिग्गज नेता भी शामिल होंगे। इनमें मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, लालू यादव, तेजस्वी यादव, फारूख अब्दुल्ला, अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, कल्पना सोरेन, उद्धव ठाकरे की प्रतिनिधि सुनीता चतुर्वेदी एक मंच से उलगुलान महारैली को संबोधित करेंगे।
उलगुलान न्याय महारैली में दिखेंगे इंडी गठबंधन के सभी उम्मीदवार
झामुमो के नेतृत्व में इंडी गठबंधन की तरफ से रविवार को उलगुलान न्याय महारैली से लोकसभा चुनाव का शंखनाद होगा। साथ ही इंडी गठबंधन इस रैली के जरिए एकजुटता का भी परिचय देकर चुनावी मैदान में उतरेगा। इस रैली में गठबंधन के सभी उम्मीदवार मंच पर दिखेंगे। वैसे तो इंडी गठबंधन अब तक 11 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुका है। बची तीन लोकसभा सीटों रांची, जमशेदपुर और पलामू की घोषणा होनी बाकी है। रांची लोकसभा सीट कांग्रेस कोटे में है। इस सीट से सुबोधकांत सहाय की बेटी यशस्विनी सहाय का नाम सबसे आगे चल रहा है। इसके साथ मंत्री बन्ना गुप्ता के नाम की चर्चा केंद्रीय चुनाव समिति में चल रही है, जिस पर पार्टी निर्णय ले सकती है।
हालांकि, रांची लोकसभा के लिए सुबोधकांत सहाय की बेटी के नाम पर आलाकमान अंतिम निर्णय ले सकता है। जेएमएम कोटे की जमशेदपुर लोकसभा सीट से आस्तिक महतो और पार्टी के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य के नाम पर मुहर लग सकती है जबकि पलामू लोकसभा सीट राजद के खाते में है और इस सीट से आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है।
सुबोधकांत सहाय की बेटी के नाम पर केंद्रीय नेतृत्व राजी होता है, तो चुनावी मैदान में कांग्रेस की तीन महिला उम्मीदवार होंगी। गोड्डा से प्रदीप यादव का नाम आगे था। ऐसे में धनबाद से अनुपमा सिंह का नाम आगे बढ़ाया गया। इसके पीछे दलील थी कि एक महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारा जाये। अनुपमा सिंह का नाम तय होने के बाद प्रदीप यादव का मामला फंसा गया।
इसके बाद स्क्रीनिंग कमेटी ने दीपिका पांडेय सिंह का नाम आगे बढ़ाया और केंद्रीय नेतृत्व सहमत भी हो गया। अब इधर सुबोधकांत सहाय ने भी अपनी बेटी का नाम आगे बढ़ाया है। ऐसे में राज्य में भाजपा ने कोडरमा, सिंहभूम से महिला उम्मीदवारों को उतरा है जबकि इंडी गठबंधन ने सिंहभूम और गोड्डा से महिला प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है।