पलामू।
थाना अंतर्गत पिंडराही गांव में गत 25 अक्टुबर की रात 48 वर्षीय दिव्यांग कृष्णा सिंह की कुल्हाड़ी से काटकर की गई हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। दिव्यांग की हत्या डायन बिसाही को लेकर की गई थी। इस मामले में पुलिस ने नामजद बनाए गए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार लोगों में साहिब सिंह, बबन सिंह, व धर्मेंद्र सिंह केक नाम शामिल है। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने हत्या की बात कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि मृतक द्वारा ओझा -गुनी कर इनके परिवार के लोगों को परेशान किया जा रहा था। इसी से परेशान होकर उन्होंने कृष्णा सिंह की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी और खून लगा कपड़ा बरामद किया है।
क्या है मामला
कृष्णा सिंह की हत्या उस वक्त की गई थी जब वह अपने खेत में लगे धान की रखवाली के लिए वहां बनाए गए झोपड़ी में सो रहा था। जानकारी के अनुसार मृतक रोजाना अपने फसल की रखवाली के लिए खेत पर सोने जाता था। इसके लिए वहां उसने झोपड़ी बना रखी थी। दशहरा की रात भी हुआ खाना खाकर मडई में सोने चला गया। सोमवार को देर सुबह तक घर नहीं लौटने पर परिजन जब खेत पर पहुंचे तो उसकी लाश मिली। इसकी सूचना पर थाना प्रभारी उपेंद्र नारायण सिंह ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
ओझा गुनी के आरोप में है 10 साल पूर्व कृष्णा के माता-पिता की कर दी गई थी हत्या
मृतक कृष्णा सिंह के पिता मुनेश्वर सिंह व मां रत्नीदेवी को भी ओझा एवं डायन के आरोप में 10 साल पूर्व छतरपुर बाजार जाने के दौरान कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में गांव के ही उसके पड़ोसी साधु सिंह व उनके परिवार वालों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई थी। मृतक कृष्णा इस हत्याकांड का गवाह भी था। इस मामले में आरोपी बनाए गए साधु सिंह व उसका बेटा परशुराम सिंह अभी भी जेल में है। ग्रामीणों के अनुसार 10 दिन पूर्व मृतक का अपने पड़ोसी से विवाद हुआ था। इसे लेकर मृतक द्वारा अपने परिजनों की हत्या किए जाने की आशंका जताई गई थी। हत्या को लेकर मृतक कृष्णा के बेटे रामचंद्र सिंह ने गांव के ही साहिब सिंह, बवन सिंह, लखन सिंह, धर्मेंद्र सिंह, जयराम सिंह, बालकेश सिंह के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।