Patna: सीतामढ़ी जिले के रहने वाले पांच मजदूर जॉर्डन में फंसे हुए हैं। काम कराने के बाद कंपनी ने सभी को एक पैसा नहीं दिया है। अब सभी भारत लौटना चाहते है। सभी ने केन्द्र और राज्य सरकार से उन्हें जॉर्डन से वापस लाने की गुहार लगाई है। मजदूरों ने जॉर्डन से एक वीडियो भेजा है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें मजदूर रोते हुए वतन लौटने की इच्छा जता रहा है। मजदूर यह कह रहा है कि हम लोग यहां भूखे मर रहे हैं…कोई पूछने तक नहीं आता है। कंपनी का मालिक भी हाल देखने नहीं आता है। हर रोज रोड पर आकर खड़े हो जाते हैं। ना खाना मिलता है और ना पीने के लिए पानी ही मिलता है। हम लोगों को भारत बुलाने की कोशिश की जाए सर। हाथ जोड़कर विनती कर रहे हैं सरकार हमलोगों की मदद की जाए। घर जाने के लिए तड़प रहे हैं। हमलोगों को यहां कोई देखने वाला नहीं है।
सीतामढ़ी के बथनाहा गांव का जुनैद बैठा भी जॉर्डन में फंसा हुआ है। वीडियो में वह बता रहा है कि वह जिस कंपनी में काम करता था वह दो महीने से कंपनी बंद है। जितने दिन मैं काम किया है वो पैसा नहीं मिला है। इससे अब मेरी पास खाने तक को पैसे नहीं है। कंपनी वापस इंडिया नहीं भेज रहा है। उसने बताया कि जॉर्डन में 120 भारतीय मजदूर फंसे हुए हैं हम सभी अपने घर जाना चाहते हैं।
जॉर्डन में यूपी के मजदूर भी है फंसे
जॉर्डन में फंसे सीतामढ़ी के मजदूरों ने बताया कि दो महीने पहले यहां फैक्टरी बंद हो गयी है, जिसके कारण उन्हें रहने और खाने में दिक्कत हो रही है। वहां की पुलिस उन पर जुल्म ढा रही है और मजदूरों की पिटाई की जा रही है। वह अपने घर भारत लौटना चाहते हैं। जॉर्डन में फंसे मजदूरों में बिहार के अलावा बंगाल, नेपाल और यूपी के मजदूर शामिल हैं। उन लोगों का आरोप है कि भारतीय दूतावास से संपर्क करने पर भी उन्हें कोई सहायता नहीं मिल रही है। उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि उन्हें भारत सकुशल बुला लिया जाये।
सीतामढ़ी के पांच मजदूर हैं शामिल
जॉर्डन में सीतामढ़ी के सुप्पी प्रखंड के बभनगामा रामनगर निवासी मोहम्मद कुर्बान जो 16 फरवरी, 2022 को जॉर्डन गया था। राजेश कुमार 28 अगस्त, 2021 को जॉर्डन गया था। राजू कुमार 15 अगस्त, 2023 को जॉर्डन गया था जबकि मोहम्मद जाकिर 30 अक्टूबर, 2019 को और बथनाहा प्रखंड के चौधरी टोला निवासी 28 वर्षीय जुनैद बैठा 28 अगस्त, 2021 को जॉर्डन गया था। सभी ने वीडियो जारी कर सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई है। इनके परिजन भी काफी चिंतित हैं।