Patna: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सलाह देते हुए पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने रविवार को कहा कि नीतीश कुमार ने जब जदयू अध्यक्ष का पद स्वीकार कर राष्ट्रीय राजनीति में जाने का निश्चय पक्का कर लिया है तब पूरी ताकत से वही काम करें और बिहार के मुख्यमंत्री का पद किसी अन्य को सौंप दें।
सुशील मोदी ने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी कारणों से जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के एक पद के साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं और परिणाम स्वरूप राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बदतर होती जा रही है। पुलिस पर हमले हो रहे हैं। शासन पर बालू-शराब माफिया हावी हैं और विकास ठप है। ऐसे में वे एक साथ दो बड़े पदों का दायित्व कैसे निभायेंगे?
उन्होंने कहा कि यदि वे दोनों पदों पर बने रहते हैं तो उनके देशव्यापी दौरे से भाजपा को तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन बिहार की शासन व्यवस्था और चौपट होगी। नीतीश कुमार मात्र 44 विधायकों की तीसरे नंबर की एक क्षेत्रीय पार्टी के नेता हैं। बिहार के बाहर न उनका कोई प्रभाव है न दूसरे राज्य में जदयू का कोई सांसद-विधायक है। उन्होंने कहा कि बिहार से सटे यूपी के बनारस में तो नीतीश कुमार को रैली स्थगित करनी पड़ी। क्योंकि, भीड़ नहीं जुटने का अंदेशा था। झारखंड और हरियाणा में इनको सुनने कौन आएगा?वहां भी शो रद्द करना पड़ सकता है।