Patna: ललन सिंह के जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष से पद से इस्तीफा देने के बाद बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को यहां कहा कि जदयू में सिर्फ एक ही नेता है नीतीश कुमार और दूसरा कोई नहीं है। नीतीश कुमार ने कभी आरसीपी सिंह को अध्यक्ष बना दिया तो कभी ललन सिंह को बना दिया, ये उनका दायित्व है। ललन सिंह के इस्तीफे को उन्होंने जदयू का अंदरूनी मामला बताया।
उन्होंने कहा कि ये जदयू की लड़ाई है। भाजपा को इससे कोई लेना-देना नहीं है लेकिन हम आज भी तैयार हैं और चाहते हैं कि जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल मिलकर चुनाव लड़ें। दोनों को हम लोग हराने का काम करेंगे। भाजपा आईएनडीआईए गठबंधन के लोगों को हराने के लिए तैयार है।
ललन सिंह के इस्तीफे पर जदयू को आड़े हाथों लेते हुए नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि ललन सिंह इससे पहले जदयू से अलग होकर कांग्रेस में रहते हुए भी पेट का दांत गिन चुके हैं। राजद की वंशवादी राजनीति में नीतीश फीट नहीं बैठ रहे हैं। लालू यादव ने कई मौकों पर कहा है कि नीतीश कुमार के पेट में दांत है। ललन सिंह ने दुश्मनी के दिनों में कहा था कि नीतीश कुमार के पेट के दांत मैं ही तोड़ूंगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले कई दिनों से चल रही अटकलों के बीच ललन सिंह ने आज दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। अब नीतीश कुमार जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे। सिर्फ इसकी औपचारिक घोषणा होनी है।
ललन सिंह के इस्तीफे पर सुशील मोदी ने कहा, जदयू का टूटना तय
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद से मिलकर जदयू को तोड़ने में लगे ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाए जाने की उनकी भविष्यवाणी सप्ताह भर के भीतर सच हो गयी लेकिन यह खेल की शुरुआत है, अंत नहीं। जदयू का टूटना तय है।
सुशील मोदी ने शुक्रवार को यहां कहा कि ललन सिंह के हटने की खबरों को जो लोग मीडिया और भाजपा का खेल बता रहे थे, उन्हें अब कुछ दिन मुंह छिपाना पड़ेगा। ललन सिंह को हटाए जाने पर जदयू कार्यालय में मिठाइयां बांट कर और पटाखे छोड़ कर कार्यकर्ताओं ने ऐसी खुशी मनायी, जैसे उन्हें किसी गलत आदमी से मुक्ति मिली हो।
उन्होंने कहा कि जो बिहार को भाजपा-मुक्त करने के बड़बोले दावे कर रहे थे, पार्टी ने उन्हें ही मुक्त कर दिया। उन्होंने कहा कि जदयू के भीतर दो गुट बन चुके हैं। एक खेमा लालू-समर्थक है, जिसके 12 से ज्यादा विधायकों को ललन सिंह अपने पीछे खड़ा कर चुके थे। दूसरा गुट भाजपा के प्रति सद्भाव रखता है।
सुशील मोदी ने कहा कि यदि समय रहते ललन सिंह को नहीं हटाया गया होता, तो वे लालू प्रसाद के एजेंट के तौर पर काम करते हुए जदयू का राजद में विलय करा कर ही मानते। उन्होंने कहा कि ललन सिंह चुप बैठने वाले नहीं है। इसलिए कुछ और गुल खिलाएंगे। जदयू को अब उनसे और सावधान रहने की जरूरत है।