कूप में गिरे बछड़े को निकालने उतरे थें ग्रामीण
Ranchi: मुरी ओपी क्षेत्र के पिस्का गांव में गुरुवार को कुआं धंसने के कारण हुए हादसे में शुक्रवार को एनडीआरएफ ने छह लोगों के शव रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बरामद किया जबकि दो लोगों को बचा लिया गया। एनडीआरएफ की टीम का रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन 20 घंटे तक चला। मृतकों में विष्णु चरण मांझी (45), मनोहर मांझी (45), रमेशचंद्र मांझी (60), बहादूर मांझी (41), गुरुपद मांझी (45) और धन्नजय बेदिया (25) हैं। घायलों में भागीरथ मांझी (17) और अशोक मांझी (18) हैं। रांची के एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि छह शव बरामद किए गए हैं ।जबकि दो व्यक्तियों को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बताया जाता है कि गुरुवार को दोपहर के समय आनंद मांझी का बछड़ा घोलटू मांझी के कुआं में गिर गया था। उसे बचाने के लिए गांव के सात लोग भगीरथ मांझी, मंटू मांझी, विष्णु चरण मांझी, रमेशचंद्र मांझी, गुरुपद मांझी और टेंपू मांझी कुआं में उतरे थे। सुरेंद्र दास ऊपर खड़ा था। वह उन लोगों की मदद कर रहा था। इस दौरान कुआं के ऊपरी सतह की मिट्टी धंसने लगी और किनारे रखा पत्थर का पाट भी धंस गया। सुरेंद्र दास भी मलबे की चपेट में आ गया पर उसे सही सलामत बचा लिया गया है।एनडीआरएफ का रेस्क्यू आपरेशन पूरी रात जारी रहा।
एनडीआरएफ की टीम पोकलेन और जेसीबी की मदद से रेस्क्यू आपरेशन चलाया। आजसू सुप्रीमो और सिल्ली विधायक सुदेश महतो ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार के पास ऐसी आपात स्थिति से निपटने की कोई रणनीति नहीं है। एनडीआरएफ के कमांडर ने कहा है कि कुआं पत्थरों से अट गया है। यह लगभग 40 फीट गहरा है। इसलिए अभियान में परेशानी हुई।
ग्रामीणों का कहना है कि