Ranchi: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने राजनीतिक स्वार्थों और वोट बैंक की राजनीति के कारण आदिवासी समाज के अस्तित्व का सौदा कर दिया है। संथाल परगना में घुसपैठियों ने वहां की परंपरा, संस्कृति और पहचान को नष्ट करने का अभियान चलाया है। झामुमो के स्थानीय नेताओं के सहयोग से घुसपैठिये भारतीय नागरिक बन रहे हैं। राज्यपाल ने आदिवासियों की वेदना-पीड़ा को सुना है, जिसके लिए वे उनका आभार व्यक्त करते हैं। राज्य का चुना हुआ अक्षम मुख्यमंत्री गूंगा, बहरा बना बैठा है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सीपी राधाकृष्णन ने चिंता जताते कहा हुए पिछले दिनों कहा था कि बांग्लादेशी घुसपैठिए झारखंड में तेजी से प्रवेश कर रहे हैं। इससे स्थानीय जनजाति समाज के सामने अपने अस्तित्व को बचाने का भी संकट खड़ा हो रहा है। घुसपैठिए जनजाति समाज की महिलाओं से शादी कर रहे हैं। यह सब खतरनाक स्थिति है। आदिवासियों की परंपरा और रिवाज को बचाए जाने की जरूरत है।
बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया के जरिये लाल डायरी के मकड़जाल के बारे में भी चर्चा की है। उन्होंने कहा कि झारखंड में भी केन्द्रीय एजेंसियों को ऐसी ही डायरी हाथ लगी थी। छत्तीसगढ़ में भी “लाल डायरी” मिली। दिल्ली शराब घोटाला केस में सीबीआई को “लाल डायरी” मिली। अब राजस्थान के बर्खास्त मंत्री ललकार कर कह रहे हैं कि अगर मैं “लाल डायरी” खोल दूं तो अशोक गहलोत जेल में होंगे। बाबूलाल ने पत्रकार साथियों से लाल डायरी के रहस्य को सुलझाने में मदद मांगते हुए पूछा है कि धन पशु लोग “लाल डायरी” पर ही विश्वास क्यों करते हैं? क्या विशेषता है इसमें?
कांग्रेस का मतलब भ्रष्टाचार और घोटाले की गारंटी
बाबूलाल मरांडी ने सोमवार को कांग्रेस पर कड़ा हमला बोलते हुए छत्तीसगढ़ के गोबर घोटाले पर तीखी प्रतिक्रिया दी। मरांडी ने कहा कि कांग्रेस का मतलब भ्रष्टाचार और घोटाले की गारंटी।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में हुए 246 करोड़ के गोबर घोटाले ने कांग्रेस के चरित्र को उजागर किया है। इसके पूर्व राज्य में कोयला और शराब के घोटाले उजागर हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि लालूराज में जैसे कागज पर फर्जी बिल बनाकर करोड़ों रुपए चारा के नाम पर लूटे गए थे उसी प्रकार छत्तीसगढ़ की बघेल सरकार ने कागज पर ही गोबर की खरीद-बिक्री दिखाकर जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपए लूट लिए।