Motihari: जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 29 मौत हो चुकी है।सभी मृतक जिले के सुगौली,पहाड़पुर, तुरकौलिया,रघुनाथपुर व हरसिद्धि थाना क्षेत्र के रहने वाले है।वही 15 व्यक्तियो का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।जबकि 14 लोगो का इलाज निजी नर्सिग होम में चल रहा है।वही गंभीर स्थिति में चार लोगो रेफर किया गया है।
देर शाम जिला प्रशासन की ओर से जारी अधिकारिक बयान में 22 लोगो की मृत्यु होने की पुष्टि की गयी है। कहा गया है कि इसमे 06 व्यक्तियों का पोस्टमार्टम कराया गया है।जिला प्रशासन की ओर से जारी बयान में कहा गया है,कि सभी प्रभावित क्षेत्रों में डोर-टू-डोर सर्वे कराया जा रहा है,साथ ही इन क्षेत्रो में माइकिंग के द्धारा लोगो जागरूक करते कहा जा रहा है,कि कोई भी संदिग्ध पदार्थ का सेवन न करे। शहर के सभी अस्पतालों में कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है।
रविवार पुलिस उप महानिरीक्षक, चम्पारण क्षेत्र, जयंतकांत व जिलाधिकारी सौरव जोरवाल एवं पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्र ने सभी पीड़ित क्षेत्रो व उन अस्पतालों का भ्रमण कर इलाजरत व्यक्तियों की स्थिति का जायजा लिया। मोतिहारी पुलिस द्वारा जारी बयान में बताया गया है,कि इस कांड में कुल 05 प्राथमिकी दर्ज करते हुए 24 घंटे के अन्दर कुल 70 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें से उक्त थाना क्षेत्र के प्रभावित क्षेत्रों में 25 शराब तस्कर शामिल है।इस दौरान 66 लीटर स्प्रीट भी बरामद किया गया है।इसके साथ एएलटीएफ के दो जमादार व नौ चौकीदार को निलंबित करते हुए प्रभावित क्षेत्र के सभी थानाध्यक्ष को नोटिस भेजा गया है।
शराबबंदी के नाम पर सत्ता संरक्षित नरसंहार करा रहे है नीतीश कुमार :विजय सिन्हा
जहरीली शराब काण्ड में 29 लोगो की मौत सत्ता संरक्षित नरसंहार है। उक्त बातें रविवार मोतिहारी पहुंचे बिहार के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहते हुए नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सीएम के अंहकार से बिहार अंधकार में जा रहा है।शराबबंदी की समीक्षा करने बजाय अंहकार में डूबे सीएम और उनके लोग उजला जहर गांव गांव और स्कूल काॅलेजो में पहुंचवा रहे है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर शराबबंदी वाले राज्य में अब तक सौ से ज्यादा जहरीली शराब कांड कैसे हुआ।हजारो लोगो की मौत सैकड़ो अनाथ बच्चे विधवा माता बहनो का जिम्मेदार कौन है? उन्होने कहा कि एक ओर सीएम सदन में शराबबंदी का शपथ लेते और दिलाते है वही दूसरी ओर गोपालगंज और कुढनी में शराब कारोबारी और पीने वालो टिकट देते है। उन्होने कहा कि मोतिहारी में मरने वाले पिछड़े दलित और वंचित समाज के लोगो की मौत की जिम्मेदारी उनकी है।उन्होने कहा कि मरने वालो के शव को स्थानीय थानेदार व डीएसपी ने बिना पोस्टमार्टम के जबरन जलावाया।उन पर कारवाई होनी चाहिए। साथ ही इस कांड की न्यायिक या सीबीआई जांच होनी चाहिए।
उन्होने कहा छपरा मुजफ्फरपुर,सीवान व गोपालगंज समेत सूबे के कई जिलो में पूर्व मे हुए जहरीली शराब कांड के बाद से ही मै शराबबंदी की समीक्षा इसकी न्यायिक जांच की मांग कर रहा हूं,लेकिन अहंकार में मदमस्त सीएम इसे अनसुना कर रहे है।इसके पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने पीड़ित क्षेत्रों का भम्रण कर वहां स्थानीय लोगो से जानकारी लिया तत्पश्चात पीड़ितो का हाल जानने मोतिहारी सदर अस्पताल भी पहुंचे।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री सह सांसद राधामोहन सिंह ने कहा कि अगामी 18 अप्रैल को मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर धरना देगे।मौके पर पूर्व मंत्री रामसूरत राय,विधायक सुनीलमणि तिवारी,श्यामबाबू यादव जिलाअध्यक्ष प्रकाश अस्थाना सहित अन्य विधायक व भाजपा नेता मौजूद थे।