रोहतास। जिले के गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय जमुहार में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन मंगलवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पहुंचे। उन्होंने राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि भारत विश्व मानवता का धरोहर है। भारत जैसा प्रजातंत्र दुनिया के किसी डीएनए में नहीं है। उन्होंने कहा कि मैकाले ने हमारी आस्था पर चोट किया है। लेकिन अब 26 जनवरी 2023 को बसंत पंचमी के दिन नई शिक्षा नीति लागू होगी और इसी नीति के तहत बच्चो को सही इतिहास पढ़ाया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि नई शिक्षा नीति इतिहास को सुधारने का मौका देगी। भारत के हर जिले में उदाहरण और नायक हैं। विविधता का मतलब हमारा भाव एक है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भाषा को प्रमुखता दी गई है।जब तक मातृभाषा को प्रमुखता नहीं दी जाएगी तब तक बच्चों को सही तरीके से शिक्षा नहीं दी जा सकती। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भारत संबंधित अध्ययन को बढ़ावा देने का काम किया है।
प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार सभी भाषा राष्ट्रीय भाषा है।नई पीढ़ी को जोड़ने के लिए टेक्नोलॉजी का प्रयोग करने की जरूरत है।विश्व के 140 देशों को हमने करुणा का संदेश दिया है। डेढ़ सौ टीवी चैनल स्कूल के लिए समर्पित किए जा रहे हैं। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया। कहा कि अब प्रतिरोध का जमाना चला गया । 500 करोड़ वैश्विक नागरिकों का केंद्र बिंदु भारत है। 7000 वर्ष पूर्व मूर्ति बनने का प्रमाण इसी इलाके में मिला है।इतिहास भविष्य को बताता है।
मौके पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गोपाल नारायण सिंह ने आगत अतिथियों का स्वागत किया। इसके पूर्व अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के बालमुकुंद पांडेय, हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के कुलपति प्रोफेसर सत्यप्रकाश बंसल समेत ने कई ने अपनी बात रखी।