खूंटी। तोरपा थाना के रोड़ो गांव में प्रतिबंधित मांस के कारोबारी की गिरफ्तारी के दौरान उसके बुजुर्ग पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार को रात भर पुलिस को बंधक बनाए रखा। सूचना पर पहुंचे एसडीओ, एसडीपीओ, अंचलाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी ने काफी समझाया। इसके बाद रविवार को बंधक बनाए गए पुलिस कर्मियों को छोड़ा गया।
जानकारी के अनुसार तोरपा थाना की पुलिस प्रतिबंधित मांस बेचने के आरोपित इजहार अहमद उर्फ कल्लू को गिरफ्तार करने के लिए शनिवार की रात रोड़ो गांव पहुंची थी। ग्रामीणों को आरोप है कि पुलिस दरवाजों को तोड़कर घर में घुसी और गाली गलौज करने लगी। उनका आरोप है कि पुलिस की धक्का-मुक्की से कल्लू के पिता 75 वर्षीय मोहम्मद निजामुद्दीन की मौत हो गई।
बुजुर्ग की मौत के बाद गांव वालों ने तोरपा पुलिस को देर रात तक बंधक बनाए रखा। पुलिसकर्मियों को घेरे रखने की सूचना पर खूंटी एसडीओ अनिकेत सचान, तोरपा सीओ सचिदानंद वर्मा, खूंटी एसडीपीओ अमित कुमार, तोरपा एडीपीओ ओपी तिवारी समेत कई पदाधिकारियों ने ग्रामीणों और परिजनों को समझा-बुझा कर अहले सुबह बंधक बने पुलिसकर्मियों को रिहा कराया और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि कि गांव में रविवार को एक युवती की शादी है और इस घटना के बाद गांव में मातम पसर गया। घटना के बाद गांव में माहौल तनावपूर्ण है। माहौल खराब न हो, इसको लेकर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। वहीं खूंटी एसपी अमन कुमार ने पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच कराने की बात कही है। इस संबंध में तोरपा के थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार ने कहा कि पुलिस जैसे ही कल्लू के घर का दरवाजा खुलवाने का प्रयास कर रही थी, पुलिसकर्मियों का आवाज सुनते ही मोहम्मद निजामुद्दीन को हार्ट अटैक हो गया और उनकी मौत हो गई। तोरपा के अंचलाधिकारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों के संबंध में कुछ कहा जा सकता है।