पटना। पीएफआई से जुड़े मामलों को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने मंगलवार सुबह छह बजे फुलवारी शरीफ में दो जगहों पर छापेमारी की। एनआईए की टीम ने गजवा-ए-हिंद के आरोपित मरगूब दानिश के घर चली चार घंटे की छापेमारी में कई कागजात जब्त किए। टीम सीलबंद लिफाफे में कागजात को लेकर रवाना हो गयी है। इस दौरान दानिश के परिवार को दूर ही रखा गया था।
दानिश की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। दानिश को गजवा-ए-हिंद का ग्रुप एडमिन बताया गया है। मरगूब अहमद उर्फ दानिश पर आरोप है कि पीएफआई के बैनर तले भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साजिश रची गई थी। इसके लिए टाइमलाइन भी तय कर ली गई थी। भारत में दहशतगर्दी के लिए गजवा-ए-हिन्द का मॉडल तैयार किया गया था।
इसकी कमांड पाकिस्तान के हाथ में थी। यह खुलासा शुक्रवार को फुलवारी शरीफ से मरगूब अहमद दानिश की गिरफ्तारी के बाद हुआ था।टीम के साथ सुरक्षाबल के जवान और एजेंसी के अधिकारी भी हैं। दानिश की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है। दानिश गजवा ए हिंद का व्हाट्स ग्रुप एडमिन है।
उल्लेखनीय है कि पुलिस ने कुछ महीने पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पटना आगमन से एक दिन पहले 11 जुलाई को इस आतंकी नेटवर्क का खुलासा किया था। प्रधानमंत्री भी इनके निशाने पर थे। अब तक गिरफ्तार आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस और गिरफ्तारियां कर रही है। इसी सिलसिले में दानिश को पकड़ा गया था। पुलिस को दानिश के स्मार्टफोन से कई बेहद संवेदनशील जानकारियां मिली हैं। पुलिस के मुताबिक, दानिश ही गजवा-ए-हिन्द मॉडल को ऑपरेट कर रहा था। यह मॉडल बिहार में 2016 से काम कर रहा था जिसकी भनक अब जाकर भारतीय खुफिया एजेंसियों को लगी है।