जालोर(राजस्थान। एक मासूम दलित छात्र ने स्कूल में पानी की मटकी छू ली तो शिक्षक ने उसे इस कदर पीटा की उसकी मौत् हो गई। घटना जिले के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव की है। पीटने से गंभीर रूप से घायल छात्र का इलाज करीब 24 दिन से अहमदाबाद में चल रहा था। इलाज के लिए दौरान शनिवार को उसकी मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने एससी एसटी एक्ट में मामला दर्ज कर शनिवार की शाम को ही आरोपित शिक्षक छैल सिंह को पकड़ा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने छात्र की मौत पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवार को 5 लाख रूपए मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं मामले की जांच जल्द कराने का इरादा भी जाता है। वहीं भाजपा गहलोत सरकार पर हमलावर हो गई है। भाजपा ने सरकार पर जातिवाद पनपाने का आरोप लगाया है। जबकि जालौर के एसपी हर्षवर्धन अग्रवाल ने कहा कि मटकी छूने की बात की अभी पुष्टि नहीं हुई है।
बच्चे के पिता देवाराम ने बताया कि उनका नौ साल का बेटा इंद्र मेघवाल सुराणा गांव के सरस्वती विद्या मंदिर में तीसरी कक्षा में पढ़ता था। वह सामान्य दिनों की तरह 20 जुलाई को स्कूल गया था। सुबह करीब साढ़े दस बजे उसने प्यास लगने पर स्कूल में रखी मटकी से पानी पी लिया। उसे नहीं पता था कि यह मटकी स्कूल के टीचर छैल सिंह के लिए रखी गई है। इसके बाद छैल सिंह ने इंद्र को बुलाकर जमकर पीटा जिससे उसकी दाहिनी आंख और कान पर अंदरूनी चोटें आईं।
पिता का आरोप है कि छैल सिंह ने जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया। पहले तो लगा कि इंद्र मेघवाल को हल्की चोट आई है, लेकिन ऐसा नहीं था। पिटाई के बाद इंद्र की तबीयत खराब होने लगी तो उसे जालोर जिला अस्पताल ले गए। जालोर से उसी दिन उदयपुर रेफर कर दिया गया। यहां भी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो कुछ दिनों बाद अहमदाबाद ले गए थे। यहां इलाज के दौरान शनिवार सुबह करीब 11 बजे मौत हो गई।