बेगूसराय। तेघड़ा अंचल क्षेत्र में गंगा नदी के कटाव से विस्थापित परिवारों पर बुधवार की रात एक और कहर बरपा है। विस्थापित परिवारों के मोहल्ले में गैस सिलेंडर विस्फोट से भीषण आग लग गई , जिसमें एक बच्चे की झुलस कर मौत हो गई। 15 से अधिक अस्थाई आवास जलकर खाक हो गया।वहीं आग बुझाने के दौरान कई लोग चोटिल हो गए। गुरुवार 10 बजे तक प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई। इससे पीड़ित परिवारों में कोहराम मच गया।
जानकारी अनुसार नदी के कटाव से करीब 200 परिवार गुप्ता लखमीनियां बांध के किनारे नियनिया गांव के समीप अस्थाई आवास बनाकर वर्षों से रह रहे हैं। बुधवार की रात खाना बनाने के दौरान सत्य नारायण दास के घर में गैस सिलेंडर विस्फोट होने से आग लग गया।यंकर विस्फोट के साथ आग लगते ही लोग घर को छोड़कर बाहर दौड़ पड़े। लेकिन घर में सोए बच्चे का याद नहीं रहा, कुछ देर के बाद इस ओर ध्यान गया तो लोग आग बुझाने का प्रयास करते हुए सत्य नारायण दास के घर की ओर दौड़े, लेकिन तब तक घर में झूला पर सोए रुपेश दास के पुत्र की झुलस कर मौत हो चुकी थी।
स्थानीय ग्रामीणों ने पंपसेट एवं चापाकल के सहारे आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन असफल हो गया। इस दौरान पुलिस एवं अग्निशमन विभाग को भी सूचना दी गई। करीब एक घंटे बाद जब तक अग्निशमन विभाग और प्रशासन की टीम पहुंची तो स्थिति काफी विकराल हो चुकी थी। लगातार सिलेंडर विस्फोट से धरती हिल रही थी तो वहीं तो स्थिति विकराल होती जा रही थी। लोगों के प्रयास से दमकल कर्मियों द्वारा आग पर काबू पाया गया, लेकिन घर में रखा कपड़ा, अनाज, कागजात, गहना सहित सब सामान जलकर राख हो गया है। जिसके कारण पीड़ित परिवार के एक सौ लोगों के समक्ष भोजन और इस भीषण गर्मी में छांव की परेशानी हो गई है। पीड़ित परिवार में कोहराम मचा है, लोगों ने शासन-प्रशासन से तत्काल अस्थाई आवास, भोजन और कपड़ा आदि की व्यवस्था करने की गुहार लगाई है।