गुमला। पुलिस ने कुख्यात नक्सली संतोष असुर को गिरफ्तार कर लिया है। संतोष लैंडमाइंस बनाने और उसे प्लांट करने में माहिर है। वह जिले के गुरधारी थाना क्षेत्र के कुंजामपाठ माइंस में एक साथ 27 वाहनों में की गई आगजनी की घटना में शामिल था। मालूम हो कि इस घटना में शामिल दूसरे नक्सली बुधराम उरांव को पहले गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस इंस्पेक्टर एसएन मंडल ने बताया कि गिरफ्तार बुधराम उरांव ने बताया था कि घटना में संतोष असुर शामिल था। इसके बाद इस कुख्यात नक्सली की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया गया। गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने तेंदार गांव में संतोष असुर को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद संतोष ने पुलिस को कई अहम जानकारी दी है।
उल्लेखनीय हो कि वह 15 साल पूर्व शीर्ष नक्सली नेता बुद्धेश्वर के दस्ते के साथ जुड़ा था। नक्सली संगठन में जुड़ने के बाद व संगठन द्वारा दी जाने वाली हर जिम्मेवारी का निर्वहन करता रहा। संतोष ने पुलिस को बताया कि वह लैंडमाइंस बनाने व प्लांट करने का एक्सपर्ट है। संगठन में बाहर से आने वाले नक्सलियों द्वारा उसे इसकी ट्रेनिंग दी गई है। उसने बताया कि नक्सलियों का दस्ता जब भी क्षेत्र के भ्रमण पर रहता है, तब वह अक्सर दस्ता के करीब 200 मीटर आगे चलता है। वह अपने पास चार से पांच लैंडमाइन रखता है। इस दौरान उसे संगठन से कई कोड भी मिले होते हैं। आगे आगे चलने के दौरान जैसे ही कहीं पर पुलिस पार्टी दिखती हैं, वह मौका पाकर लैंडमाइंस प्लांट कर देता था। अगर समय नहीं रहा तो कोड के जरिए पीछे चलने वाले दस्ते को अलर्ट कर देता था। संतोष ने बताया कि आगजनी की घटना में वह खुद भी शामिल था। आगजनी की घटना के बाद उसने नक्सली दस्ता को वहां से निकाल कर सुरक्षित अड्डों तक पहुंचाने का काम किया था।