रांची। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने शुक्रवार को आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि हेमंत सरकार लोकतांत्रिक व्यवस्था को अपने तरीके से चालाना चाहती है। इसको लेकर कोर्ट और निर्वाचन आयोग की अवमानना भी करने से परहेज नहीं कर रही है और अपने फायदे के हिसाब से फैसले ले नही है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार संवैधानिक संस्थाओ के फैसले पर भी कार्रवाई नहीं कर रही है। महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत मामले में हाई कोर्ट के आदेश की खिल्ली उड़ाई जा रही है। आदेश के बावजूद अब तक एफआईआर नहीं होना कोर्ट का अवमानना है। एफआईआर नहीं होने से वे सभी खुले धूम रहे है।
उन्होंने हेमंत सरकार को आदिवासी विरोधी करार देते हुए कहा कि प्रदेश में आदिवासियों को अपमानित किया जा रहा है। वे खूद को उपेक्षित महसूस कर रहे है। रूपा तिर्की मौत के मामले से इसे समझा जा सकता है। बाबूलाल ने कहा कि प्रदेश में अफसरशाही है। लिहाजा अपमानजनक शब्दो का प्रयोग करते हुए वायरल वीडियो पर कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। कोर्ट ने बरहरवा के तत्कालीन डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा और विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित चार पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। पर एफआईआर दर्ज नहीं हुए।
मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार संवैधानिक संस्थाओं का अपमान रकर ही है। देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ आदेश का अनुपालन नहीं होने से सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े होते है। हेमंत सरकार जानबुझकर ऐसे लोगो को जिम्मेवारी दे रखा है, जो भेदभाव पूर्ण कार्रवाई करते है।