रांची।झारखंड सरकार के प्रयास से आंध्र प्रदेश के आईस आईलैंड में बंधक बनाकर रखे गए चाईबासा के 16 श्रमिकों को मुक्त करा लिया गया है। इसके बाद सभी श्रमिकों को वापस झारखंड लाया जा रहा है।
जानकारी अनुसार झारखंड के श्रमिकों को आइस आईलैंड में काम के लिए ले जाया गया था, जिन्हें वहां बंधक बना लिया गया था। इसकी जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चाईबासा के श्रम अधीक्षक सहित श्रम विभाग व राज्य के प्रवासी नियंत्रण कक्ष को अविलंब श्रमिकों को घर वापसी कराने का निर्देश दिया। इसके उपरांत आंध्र प्रदेश के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित किया गया और वहां के श्रम विभाग की टीम ने छापेमारी कर सभी श्रमिकों को मुक्त करा लिया है। वहां पदाधिकारियों की पहल पर श्रमिकों को 15 दिनों का कुल पारिश्रमिक 48 हजार का भुगतान भी करा दिया है। सभी श्रमिक गुरुवार की सुबह ट्रेन से झारखंड के लिए रवाना भी हो चुके हैं।
बताया जाता है कि एक ठेकेदार ने अच्छा काम दिलाने के नाम पर चाईबासा के श्रमिकों को आंध्रप्रदेश ले गया था। इसके बाद श्रमिकों के आइस आईलैंड में मछली पालन के काम में लगाया गया था। वहां उनसे 22 घंटे काम लिया जाता था। काम से इनकार करने पर उनके साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की जाती थी। खाना भी ठीक से नहीं दिया जाता था। कार्यस्थल पर गंदा पानी पीने को विवश थे। इस पर श्रमिकों ने ठेकेदार से झारखंड लौटने की बात कही। इस पर श्रमिकों से दूर्व्यवहार करते हुए उन्हें बंधक बना लिया गया और मजदूरी के पैसे का भुगतान तथा खाना बंद कर दिया गया था।