रांची। छत्तीसगढ़ के रायपुर में दो अक्टूबर 2021 को नवकार ज्वेलर्स में हुई 80 करोड़ के जेवरात चोरी के मामले में नया मोड़ आया है। बरामद जेवरात में कुछ माल टपाने को लेकर गिरफ्तार किए गए बांसजोर के थानेदार आशीष कुमार के परिजनों ने सीआईडी जांच टीम को एक मोबाइल और ऑडियो क्लिप सौंपी है। और दावा किया गया है कि एसपी शम्स तबरेज द्वारा थाना प्रभारी को दिए गए निर्देश की ऑडियो है जिसमें चोरी का माल बरामद होने के बाद आगे की कार्रवाई के संबंध में गैर कानूनी निर्देश एसपी के द्वारा थानेदार को दी गई थी।
गौरतलब हो कि जेवरात चोरी कर भागने के क्रम में तीन अक्टूबर को सिमडेगा पुलिस ने 4 चोरों को पकड़ कर उनके पास से जेवरात बरामद किए थें। बरामद जेवरात का एक बड़ा हिस्सा पुलिस ने गायब कर दिया था। चोरों के पास से बरामद जेवरात को पुलिस वालों ने ही जब्त किया था। जब पूरे मामले की विशेष जांच दल (एसआइटी) से जांच कराई गई, तो एक दारोगा व एक पुलिस चालक की निशानदेही पर 15 किलोग्राम चांदी की बरामदगी हुई थी। जब पुलिस ने चोरों को गिरफ्तार किया था, तब पुलिस ने केवल 25 लाख रुपये के जेवर की बरामदगी को ही दिखाया था।
चोरों की गिरफ्तारी के दो दिन बाद सिमडेगा पुलिस ने बरामद सामान में से कुछ चांदी की बरामदगी और दो लोगों की गिरफ्तारी दिखाई थी। इसके बाद रायपुर पुलिस इन लोगों को रिमांड पर लेने झारखंड पहुंची। काफी जद्दोजहद के बाद रायपुर पुलिस दो लोगों को लेकर छत्तीसगढ़ गई। वहां पूछताछ में गिरफ्तार दो युवकों ने अपने अलग-अलग बयान में पूरी सच्चाई खोल कर रख दी। पता चला कि चोरी के बरामद सामान और पुलिस की ओर से बताए गए सामान में काफी अंतर है। आरोपितों ने अपने बयान में दावा किया कि नवकार ज्वेलर्स से 1800 ग्राम सोना, 56 किलो चांदी सहित सभी सामान और रुपयों से भरा बैग सिमडेगा पुलिस जब्त किया था।रायपुर पुलिस ने इसकी सूचना झारखंड पुलिस के उच्चाधिकारियों को दी। इसके बाद सिमडेगा के डीआइजी ने मामले की जांच की। इसमें सिमडेगा पुलिस के कई अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई। मामला हाइप्रोफाइल देखकर इसकी जांच का जिम्मा सीआइडी को सौंप दिया गया है।
एडीजी सीआइडी प्रशांत सिंह ने शनिवार को इस बात की पुष्टि की है कि इस मामले में गिरफ्तार बांसजोर के थानेदार आशीष कुमार के परिजनों ने जांच टीम को एक मोबाइल और ऑडियो क्लिप की पेनड्राइव सौंपी है। अगर सीआइडी की जांच में इस ऑडियो की सत्यता प्रमाणित होती है तो सिमडेगा एसपी की मुश्किलें बढ़ सकती है। इस संबंध में पूछ जाने पर एसपी शम्स तबरेज ने कहा कि उनकी ओर से थानेदार के इस तरह का कोई निर्देश नहीं दिया गया है। वह इस तरह की बात कैसे कर सकते हैं। वहीं इस बारे में रायपुर पुलिस की ओर कहा गया कि उनकी टीम इस मामले की जांच कर रही है। झारखंड सीआइडी की ओर से अगर कोई जानकारी मांगी जाती है तो वह जांच में सहयोग करेंगे।