Siwan: जिले के महाराजगंज अनुमंडल के पढ़ेरा और गरौली गांव के बीच शनिवार को गंडक नहर पर बना 30 फीट लंबा पुल भरभराकर गिर गया। पहले पुल का एक पिलर धंसा और फिर पूरा पुल नहर में समा गया। पुल गिरने से आई तेज आवाज से इलाके में हड़कंप मच गया।
घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। पुल के गिरने का वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है।गंडक नहर पर बना यह पुल काफी पुराना था। पिछले वर्ष नहर का निर्माण कराया गया था लेकिन नहर बनाने में लापरवाही बरती गई, जिसके कारण पानी के तेज बहाव से पुल के पिलर से मिट्टी का कटाव होने लगा। इससे पुल का पिलर धंसने लगा और कुछ ही मिनटों में पुल धड़ाम से गिर गया। पुल ध्वस्त होने से आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया।
गंडक नहर पर बना यह पुल महाराजगंज प्रखंड के पटेढी बाजार और दरौंदा प्रखंड के रामगढ़ पंचायत को जोड़ता था। इस पुल के सहारे हजारों लोग इस पार से उस पार जाते थे लेकिन अब लोगों को पास के गांव में जाने के लिए भी काफी लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी।
इसके पहले 18 जून को अररिया में करोड़ों रूपये की लागत से बना एक पुल ध्वस्त हो गया था. अररिया जिले में मंगलवार को बकरा नदी पर बन रहा पड़रिया पुल नदी में समा गया. जिस पुल पर आवागमन के लिए वर्षों से लोग प्रतीक्षारत थे वह निर्माण के क्रम में ही ध्वस्त हो गया. 12 करोड़ की लागत से बन रहा पड़रिया पुल बन रहा था जिसका तीन पाया नदी में समा गया है. यह पुल जिले के सिखटी प्रखंड व कुर्साकाटा प्रखंड को जोड़ने वाला था।
अररिया पुल हादसे को लेकर अभी जाँच रिपोर्ट आई भी नहीं थी कि अब सिवान में पुल हादसा हो जाने से राज्यों में पुलों की गुणवत्ता को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं।