टोक्यो।
भारत की स्टार युवा मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने टोक्यो ओलंपिक में बुधवार को भारत के नाम एक और कांस्य पदक किया। हालांकि 69 किलो वर्ग के सेमीफाइनल में विश्व चैंपियन तुर्की की बुसेनाज सुरमेनेली के हाथों लवलीना को हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बावजूद लवलीना ने कांस्य पदक हासिल कर इतिहास रच दिया है। लवलीना ओलंपिक इतिहास में पदक जीतने वाली भारत की दूसरी महिला मुक्केबाज बन गई है। लवलीना से पहले मैरी कॉम ने 2012 लंदन ओलंपिक में भारत को पदक दिलाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांस्य पदक जीतने पर महिला मुक्केबाज लवलीना की सराहना करते हुए कहा कि उनकी सफलता भारतीयों को प्रेरित करती है। पीएम ने ट्वीट कर कहा कि अच्छी तरह से लवलीना लड़ी । उनकी दृढ़ता और संकल्प सराहनीय है। पहली बार ओलंपिक खेली लवलीना ने जीत के लिए पूरा जोर लगाया। पर उसे 0-5 से शिकस्त झेलनी पड़ी। इसके साथ ही टोक्यो ओलंपिक की मुक्केबाजी स्पर्धा में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई है। लवली मूल रूप से असम की रहने वाली है। टोक्यो ओलंपिक में अबतक भारत तीन कांस्य पदक जीत चुका है। बैंडमिंटन में पीवी सिंधु और भारोत्तेालन में मीराबाई चानू ने कांस्य पदक जीता है।