पटना। भाजपासे बगावत करने वाले वीआईपी सुप्रीमो और राज्य सरकार में पशुपालन मत्स्य संसधान मंत्री मुकेश सहनी की नीतीश मंत्रिमंडल से छुट्टी तय हो गई है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार देर शाम राज्यपाल फागू चौहान से उनको बर्खास्त करने की अनुशंसा की। इसके साथ ही तय हो गया है कि अब वे कैबिनेट का हिस्सा नहीं रहेंगे। सीएम कार्यालय से मिली सूचना के मुताबिक मुकेश सहनी मंत्री पद से हटेंगे। भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखित तौर पर इसकी अनुशंसा की थी। मुकेश सहनी अब राजग का हिस्सा नहीं है। भाजपा की लिखित अनुशंसा पर सीए ने राज्यपाल को भेजी सिफारिश।
हालांकि इसकी चर्चा तब से ही शुरू हो गई थी, जब वीआईपी के तीनों विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बावजूद सहनी ने कहा था कि वे मंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे। सीएम अगर चाहें तो उनको बर्खास्त कर सकते हैं। हालांकि डिप्टी सीएम तारकिशोर ने बताया कि मुकेश सहनी पर फैसला पार्टी हाईकमान करेगा। बीते दस मार्च को पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम आने के साथ ही वीआईपी चीफ मुकेश सहनी के खिलाफ राजग में माहौल बनना शुरू हो गया था। भाजपा ने मुकेश सहनी की बर्खास्तगी की मांग की थी। भाजपा ने कहा कि विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष को अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। उनको फौरन राजग छोड़ देना चाहिए।
भाजपा के इस बयान के बात बीते 24 मार्च को मुकेश सहनी ने कहा था कि वह मंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चाहें तो उन्हें बर्खास्त कर सकते हैं।मंत्रिमंडल में रखना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। मुझे उनके द्वारा शामिल किया गया था और यह उनके द्वारा तय किया जाना चाहिए कि मुझे रहना चाहिए या छोड़ दिया जाना चाहिए। जब तक वह चाहेंगे, मैं लोगों के लिए काम करता रहूंगा।