दिल्ली। समाजवादी नेता और जनता दल यूनाइडेट (जदयू) के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का गुरुवार को निधन हो गया है। वे 75 वर्ष के थे। गुरुग्राम के फ़ोर्टीस अस्पताल में उन्होंने आख़री सांस ली। यह जानकारी उनकी बेटी सुभाषिनी ने एक ट्वीट में दी। सुभाषिनी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘पापा नहीं रहे’।
जानकारी के अनुसार गुरुवार रात 10.19 बजे शरद यादव का फोर्टिस अस्पताल में निधन हुआ। बता दें कि शरद यादव की तबीयत पिछले काफी दिनों से खराब चल रही थी। बताया जा रहा है कि गुरुवार देर शाम उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। उसके बाद उन्हें गुरुग्रम के फोर्टिंस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका निधन हो गया। जेपी आंदोलन से राजनीति में आए शरद यादव का जन्म 01 जुलाई 1947 में हुआ था। वे पहले राजनेता रहे जो तीन राज्यों से चुनाव लड़कर लोकसभा पहुंचे। उन्होंने पहला चुनाव जबलपुर से 1974 में लड़ा था, जबकि मधेपुरा से 4 बार लोकसभा के लिए चुने गए।
बिहार की राजनीति में अपनी अलग पहचान रखने वाले शरद यादव का जाना सभी को शोक में डुबो गया है। उनकी समाजवाद वाली राजनीति ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया था लेकिन अब उस महान नेता ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजद सुप्रीेमो लालू यादव सहित कई नेताओं ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के निधन के बाद बिहार के राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है।