पटना। पीएफआई को लेकर केन्द्र सरकार ने बिहार सरकार को निर्देश दिये हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी एसपी चौधरी ने पीएफआई से जुड़े कुछ संदिग्धों का नाम और उनके बैंक खातों की डिटेल्स बिहार के मुख्य सचिव को भेजी है और पीएफआई के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए), -1967 के तहत कार्रवाई करने का निर्देश राज्य सरकार को दिया है। मंत्रालय ने बिहार के कुल 7 लोगों के नाम, बैंक खाता और अन्य डिटेल्स भेजे हैं।
चार संदिग्ध दरभंगा और अन्य अररिया और सीतामढ़ी के हैं
सूत्रों के अनुसार मंत्रालय की ओर से बिहार सरकार को भेजी गई सूची में चार संदिग्ध दरभंगा के रहने वाले हैं जबकि अन्य अररिया और सीतामढ़ी जिले के रहने वाले हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर गृह विभाग की विशेष सचिव केएस अनुपम ने संबंधित जिलों के डीएम को संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
जिन सात लोगों की डिटेल्स केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मुख्य सचिव को भेजी हैं उसमें लखनऊ से गिरफ्तार दरभंगा के लहरियासराय थाना क्षेत्र के शेर मोहम्मद मोहल्ला निवासी नूरूद्दीन जंगी उर्फ एडवोकेट का खाता दरभंगा एसबीआई शाखा में होने की बात कही गई है। जिसका खाता नंबर 397399136967 है। इसके अलावा दो खाता पीएफआई के विधि प्रमुख के नाम से संचालित है। इसमें एक दरभंगा एचडीएफसी में खाता संख्या – 0069114000919103 और दरभंगा केनरा बैंक में खाता संख्या – 0142101027691 संचालित है। पीएफआइ के विधि प्रमुख नूरूद्दीन जंगी ही है।
इन तीनों खाते के अलावा एक पीएफआई के मिथिलांचल जिलाध्यक्ष के नाम से संचालित है। जो दरभंगा एसबीआई के सिटी शाखा में खाता संख्या- 39716488429 है। हालांकि, इसी नाम से एक खाता 0772010108046 सीतामढ़ी के घरवाड़ा में एबीआई संचालित है। जबकि, छठा खाता 50100047528841 पीएफआई के प्रदेश सचिव एहसान परवेज के नाम से अररिया स्थित एचडीएफसी बैंक में संचालित है। ऐहसान अररिया के जोकीहाट स्थित इस्लामटोला का निवासी है। इसके अतिरिक्त सातवां खाता 005510110007970 महबूब आलम के नाम मुंबई के बैंक आफ इंडिया के खाते में संचालित है। महबूब आलम भी दरभंगा का निवासी है। हालांकि, वह मुंबई में रहता है। जहां वह नागपारा जिला का अध्यक्ष है।
एनआईए पीएफआई से जुड़े मामलों की जांच कर रही है और प्रवर्तन निदेशालय भी इस संगठन से जुड़े लोगों की संपत्ति का ब्योरा खंगाल रही है। इसी क्रम में बिहार के उक्त सात लोगों के डिटेल्स मंत्रालय ने बिहार सरकार को भेजते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उल्लेखनीय है कि पटना के फुलवारीशरीफ से लगभग छह महीने पूर्व कुछ लोगों को पीएफआइ से जुड़े हाेने पर गिरफ्तार किया गया था और कुछ लोगों की तलाशी जारी है। इस मामले दरभंगा के तीन आरोपितों में अब भी दो फरार चल रहे हैं। इसमें सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर निवासी पीएफआइ के प्रदेश महासचिव सनाउल्लाह उर्फ आकीब और मुस्तिकीम अब भी फरार हैं।
एनआईए की टीम ने बीते 28 जुलाई को इन तीनों आरोपितों के घर छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान सनाउल्लाह और लखनऊ से गिरफ्तार नूरुद्धीन जंगी के घर से कई दस्तावेज, पीएफआइ के संविधान व मोबाइल को जब्त किया गया था। इसके बाद एनआईए की टीम ने 8 सितंबर को मुस्तिकीम समेत लहेरियासराय के उर्दू मोहल्ला स्थित राजटोली में दानिश लॉज में भी छापेमारी की थी। इस दौरान एनआईए की टीम को कई अहम दस्तावेज हाथ लगे थे। इन सभी खातों को सील करने के साथ खातों से हुए लेन-देन के डिटेल्स की भी जांच की जाएगी।