नवादा । सदर अस्पताल से इलाज के दौरान एक विचाराधीन कैदी चकमा देकर शुक्रवार को फरार हो गया। वह कैदियो के ड्रेस में नहीं था, लिहाजा कोई उसे बाहर पहचान न सका। विचाराधीन कैदी विनय उर्फ छोटू यादव को 8 जुलाई को बीमारी की इलाज के लिए जेल से अस्पताल भेजा गया था। इसको लेकर जिला से कारा प्रशासन तक में हड़कंप है। मालूम हो कि 10 दिनो में पुलिस अभिरक्षा से बंदी के भागने की यह तीसरी घटना है। तीनो बंदियों के भागने की वारदात नगर थाना इलाके में हुई है। नगर थाना में ही प्राथमिकी दर्ज हुआ है। किसी भगोड़े की गिरफ्तार नहीं हुई है।
कारा अधीक्षक अजित कुमार ने बंदी के फरार होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पैर सुन रहने की शिकायत के बाद उसे 8 जुलाई को सदर अस्पताल भेजा गया था। शुक्रवार 15 जुलाई को वह फरार हो गया। कारा अधीक्षक के अनुसार वह चलने से लाचार था। सम्भव है कि किसी वाहन से वह भागा है। भागने में उसकी मदद अन्य लोगों द्वारा की गई होगी। फरार कैदी नवीन जिले के रोह प्रखंड के मानकर गांव का निवासी है। हत्या के मामले में एक साल से ज्यादा समय से जेल में बंद है। कई प्रकार की बीमारियों का शिकार है। पूर्व में भी जेल प्रशासन द्वारा उसे पटना, एम्स दिल्ली आदि हायर संस्थान इलाज के लिए ले जाया गया था।
फिलहाल, कैदी के भागने के बाद जिला से लेकर कारा प्रशासन तक मे हड़कंप मचा है। पिछले 10 दिनों में पुलिस अभिरक्षा से बन्दी के भागने की यह तीसरी घटना है। एक दिन पहले यानी 14 जुलाई को कोर्ट में रिमांड के लिए गोविंदपुर थाना की पुलिस द्वारा लाए जा रहे बंदी डीसी यादव उर्फ विक्की हथकड़ी का रस्सी तोड़कर नवादा के खुरी पुल के पास से फरार हो गया था। वह महूँगाय का निवासी था। उसकी तलाश अभी जारी ही थी कि नवीन उर्फ छोटू यादव फरार हो गया। इसके पहले सीतामढ़ी थाना की पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया जिले के वजीरगंज थाना इलाके के मलिकपुर गांव का नौशाद अंसारी उर्फ मंटू फरार हो गया था। शराब के साथ मंटू पकड़ा गया था। कोरोना जांच के लिए सदर अस्पताल उसे लाया गया था, जहां हथकड़ी सरकाकर फरार हो गया था।
जेल आईजी के निर्देशानुसार जेल से इलाज के लिए जाने वाले कैदी को नीले कुर्ता पायजामा में अस्पताल भेजने के निर्देश दिए गए थे ।इसका पालन नहीं हो सका है ।अगर ड्रेस कोड का पालन होता तो शायद कैदियों के भागने का सिलसिला थम जाता ।