सीवान। इलाज के दौरान एक विचाराधीन कैदी की अस्पताल में मौत होने के बाद परिजनो ने जमकर बवाल काटा। कैदी के साथ तैनात पुलिस कर्मियों की जमकर पिटाइ्र कर दी। उग्र भीड़ से जान बचाकर पुलिस कर्मियों को भागना पड़ा। इसके बाद परिजनो ने अस्पताल के पास शव रखकर प्रदर्शन भी किया। परिजनो का आरोप है कि सीवान मंडल कारा में हुई पिटाई से मौत हुई है। मृतक कैदी की पहचान जीवी नगर तरवारा थाना क्षेत्र के सोनवरसा के गुलरबाग निवासी बाल्मीकी यादव(35) के रुप में की गई है।
मृतक के परिजनों ने मंडल कारा में हुई पिटाई के कारण मौत का आरोप लगाया है। मृतक के शरीर पर कई जगह चोट के निशान भी दिखे । रविवार की शाम कैदी की तबीयत बिगड़ने पर जेल में तैनात पुलिसकर्मी उसे सदर अस्पताल लाया था । इलाज के दौरान कैदी की मौत के बाद परिजनों ने तैनात पुलिसकर्मी की पिटाई कर दी । मृतक के भाई तुलसी यादव ने बताया कि 12 जुलाई को शराब पीने के मामले में जीबी नगर थाना पुलिस ने थाना क्षेत्र के सोनबरसा के गूलरबागा से गिरफ्तार किया था । इसके बाद 13 तारीख को जेल भेज दिया गया ।
परिजन का कहना है कि जेल के भीतर हल्की तबीयत बिगड़ने के बाद कैदी के द्वारा अस्पताल में इलाज कराने की बात कही गई थी । इसके बावजूद भी जेल प्रशासन इलाज कराने से कतराती रही । बताया की कैदी की जोर जबरदस्ती करने पर जेल प्रशासन ने दोनों हाथ बांधकर डंडे से बड़े ही बेरहमी से उसकी पिटाई कर दी गई । जिस कारण बाल्मीकि यादव की मौत हुई । परिजनों ने कैदी के शरीर के कई भागों पर चोट के निशान भी दिखाएं ।
कैदी की मृत्यु होने के बाद कैदी के परिजन सदर अस्पताल के गेट पर शव को रखकर जमकर बवाल काटा। परिजन सदर अस्पताल के गेट पर धरना पर बैठ गए और टायर जलाकर यातायात को पूरी तरह से बाधित कर दिया । जिसकी वजह से आने जाने वाले लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा । फिलहाल अभी माहौल काफी तनावपूर्ण बना हुआ है , लेकिन स्थानीय प्रशासन ने परिजनों को समझा बुझाकर कर मुख्य सड़क के जाम को हटवा दिया है। इस मामले में मृतक के परिजन जिला प्रशासन से इस मामले में शामिल सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करते हुए बर्खास्त करने की मांग कर रहे है। वहीं इस मामले में जेल प्रशासन कुछ भी कहने से बच रही है । जेल सुपरिटेंडेंट संजीव कुमार से बात करने की कोशिश की गई । लेकिन कई बार कॉल करने के बावजूद भी उत्तर नहीं दिया ।