गया। जिला के चंदौती थाना क्षेत्र में सात वर्षीय बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के मामले का उद्भेदन पुलिस ने कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने बच्ची के चाचा सहित दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा किए गए पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उक्त आशय की जानकारी शनिवार को चंदौती थाना में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए एएसपी मनीष कुमार ने दी।
एएसपी मनीष कुमार ने बताया कि मामले को लेकर चंदौती थाना में कांड संख्या 69/22 के तहत पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज किया गया था। केस के त्वरित अनुसंधान को लेकर एसएसपी हरप्रीत कौर के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया था। उक्त टीम में सहायक पुलिस अधीक्षक विधि-व्यवस्था भारत सोनी, चंदौती थानाध्यक्ष मोहन प्रसाद सिंह, महिला थानाध्यक्ष रवि रंजना को शामिल किया गया था।
एसपी ने बताया कि घटनास्थल पर जांच के दौरान महिला थानाध्यक्ष द्वारा पीड़िता के खून लगा कपड़ा को जब्त किया गया था। पूछताछ के दौरान पीड़िता के चाचा शिवशंकर कुमार के कपड़ों पर भी खून लगा हुआ पाया गया। इस सम्बन्ध में जब उससे पूछताछ की गई तो उसके द्वारा जांच टीम को दिग्भ्रमित करने का प्रयास किया जाने लगा। जब पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। साथ ही इस कांड में शामिल चंदौती थाना क्षेत्र के बंगाली बिगहा निवासी मंजीत कुमार उर्फ दुखन कुमार एवं धर्मेंद्र कुमार के साथ मिलकर दुष्कर्म की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उक्त दोनों अपराधियों को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के समक्ष पीड़िता ने भी उक्त तीनों की पहचान कर ली है।
बता दें कि 24 फरवरी की देर रात आरोपियों ने बच्ची को उठाया था और पास के सरकारी स्कूल परिसर में ले जाकर घटना को अंजाम दिया था। घटना के बाद सभी फरार हो गए। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर परिजनों की नींद खुली तो देखा कि वह बेसुध अवस्था में पड़ी है। जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के आईसीयू वार्ड में पीड़िता अभी इलाजरत है.।