Araria News: ई कॉम एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारियों ने कंपनी की राशि के हड़पने को लेकर साजिश के तहत लूट की कहानी गढ़ते हुए बकायदा पुलिस के पास 1.30 लाख रुपये लूट शिकायत की थी। पुलिस की जांच में कंपनी के कर्मचारियों से अलग अलग लिए बयान में खुद कर्मचारी उलझ गए और अंततः लूट के शिकार खुद शिकारी निकला। मामला जिले के नरपतगंज थाना क्षेत्र का है।पुलिस ने लूट की रकम एक लाख 30 हजार रुपये की बरामदगी की।साथ ही पुलिस ने कंपनी के मैनेजर,सुपरवाइजर और लूट के तथाकथित शिकार डिलीवरी बॉय को गिरफ्तार किया।इस बात का रहस्योद्घाटन नरपतगंज थाना में फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने की।

फारबिसगंज एसडीपीओ ने बताया कि 05 अप्रैल को नरपतगंज थाना क्षेत्र के पजरकट्टा के रहने वाले मनीष कुमार, पिता बीरेंद्र प्रसाद यादव के द्वारा नरपतगंज थाना में एक आवेदन दिया गया था। जिसमें उन्होंने खुद को ई कॉम एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में डिलीवरी बॉय होने की बात कही। 05 अप्रैल को कलेक्शन का 1.30 लाख रुपये लेकर जोगबनी से फारबिसगंज जाने के क्रम में पलासी मोड़ के पास संध्या वेला 7 बजे काले रंग की अपाचे मोटरसाइकिल से तीन व्यक्ति ओवरटेक करके रुपये छीन लेने की बात कही थी।
घटना के बाद एसपी अंजनी कुमार ने एसडीपीओ फारबिसगंज मुकेश कुमार साहा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया।टीम द्वारा अनुसंधान के क्रम में शिकायतकर्ता के साथ कंपनी के कर्मचारियों से पूछताछ की गई।जिसमें मामला संदिग्ध और कर्मचारियों की बात अलग अलग सामने आया।जिसके बाद तकनीकी अनुसंधान का सहारा लिया गया।जिसमें भी टीम को कई सबूत हाथ आए।जिसके बाद शिकायतकर्ता डिलीवरी बॉय से कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होंने मैनेजर और सुपरवाइजर के साथ मिलकर पैसा गबन कर लूट की झूठी घटना की जानकारी देने की बात स्वीकार की। जिसके बाद पुलिस ने लूट की रकम को सुपरवाइजर एवं मैनेजर के पास से बरामद कर लिया।
मामले में पुलिस ने 25 वर्षीय मनीष कुमार यादव पिता वीरेन्द्र प्रसाद यादव सहित 22 वर्षीय गोड़राहा बीबीगंज के रहने वाले रवि कुमार पिता सुशील यादव एवं फारबिसगंज फौजी कॉलोनी वार्ड संख्या चार के मनीष कुमार पिता गयानंद सिंह को गिरफ्तार किया।पुलिस ने रवि कुमार और फारबिसगंज के मनीष कुमार के पास से तथाकथित लूट की राशि 1.30 लाख रुपये बरामद कर लिए।