भागलपुर। कोसी में उफान आने के साथ ही लोगों की तबाही शुरु हो चुकी है। गांव के गांव जलमग्न होने लगे हैं। लोग अपने गांव घर को छोड़कर पलायन करना शुरू कर दिए हैं। जिले के रंगरा प्रखंड के जहांगीरपुर वैसी गांव में कोसी नदी का तांडव जारी है। उसके रौद्र रूप के आगे शासन-प्रशासन और लोग लाचार है। लगातार कई घर कोसी की धार में विलीन हो रहे है। जबकि कई घर कटाव के जद में है। कोसी नदी की चंचल धारा ने अभी तक एक दर्जन घरों को अपने आगोश में ले लिया हैं। मो. मोजिम, मो. संजीम, मो. शकील, सिद्दिकी का घर जल समाधि ले चूका है तो अहसास, नसीम और मुन्ना का घर कटाव के मुहाने पर है। पर लोग लाचार और विवश होकर घरो को विलीन होते देख रहे है। इस त्रासदी ने सरकार और विभाग को सारी दावो की पोल खोलकर रखदी है।

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि ब्लड फाइटिंग का काम दो दिनों से काम बंद था। लेकिन एक बार फिर बचाव कार्य शुरू किया गया है। यहां करीब पांच मीटर क्षेत्र कटाव से प्रभावित है। उल्लेखनीय हो कि सरकार द्वारा लगातार प्रत्येक साल लाखों-करोड़ों करोड़ों रुपया आपदा के नाम पर तो खर्च की जाती है। लेकिन सरकार के नुमाइंदे काम को सही ढंग से अंजाम नहीं दे पाते हैं। जिससे कार्य की गुणवत्ता प्रभावित होते रहती है। जिस कारण ग्रामीणों का घर कोसी और गंगा में विलीन होते रहते हैं। जहांगीरपुर बैसी गांव से सटे कई गांव के लोग डरे सहमे हैं। रात भर सोते नहीं। जिसको लेकर एक तरफ जहां ग्रामीण दहशत में है। कटाव से कई घर जलमग्न होने के बाद 3 दिनों से लोगों को निवाला तक नहीं मिला है।