कोडरमा।
झुमरी तिलैया शहर के राजेंद्र क्लीनिक में सोमवार को एक प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया। इस दौरान क्लीनिक के संचालक एवं सभी कर्मी वहां से भाग निकले। प्रसूता की मौत का कारण उसका इलाज चिकित्सक के बजाय वहां के एक कंपाउंडर द्वारा किया जाना बताया गया है ।
मृतका की पहचान बेंदी निवासी रविन्द्र सिंह की पत्नी नीतू देवी के रुप में की गई है। मृतका के परिजनों ने बताया की 5 सिंतबर को क्लीनिक में प्रसव के लिए भर्ती कराए गए महिला का सिजेरियन यहां के कंपाउंडर ने किया था । जो अपने आपको डॉक्टर बता रहा था। क्लीनिक में भर्ती के दौरान 7 सितंबर को क्लीनिक के कथित डॉक्टर कंपाउंडर किशोर के द्वारा बताया गया कि प्रसूता को खून की कमी है उसे खून चढ़ाना होगा। बाद में उसी दिन रात में महिला को खून चढ़ाया गया। इसके बाद महिला की तबीयत बिगड़ने लगी।
12 सितंबर को अचानक क्लीनिक की ओर से महिला के परिजनों को टाइफाइड होने की बात कह कर दूसरे जगह ले जाने को कहा जाने लगा। इस बीच सोमवार महिला की मौत हो गई। मौत की खबर सुनकर मृतका के परिजनों ने वहां पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया । मृतक के परिजन महिला की मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहरा रहे थे। साथ ही इलाज में लापरवाही बरतने की बात भी कह रहे थे। घटना की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच कर छानबीन कर वापस लौट गई। देर शाम तक परिजनों द्वारा क्लीनिक संचालक के विरुद्ध थाने में मामला दर्ज नहीं कराया गया था ।
क्लीनिक के बोर्ड पर लिखा है डॉ उपेंद्र कुमार का नाम
तिलैया के सुभाष चौक स्थित राजेंद्र क्लीनिक के नाम से संचालित किए जा रहे प्राइवेट नर्सिंग होम की बोर्ड पर डॉ उपेंद्र कुमार का नाम लिखा है। परिजनों की मानें तो इलाज के लिए भर्ती महिला को वहां भर्ती के दौरान किसी चिकित्सक ने नहीं देखा। वही प्रसव को लेकर जिस चिकित्सक ने उसका सिजेरियन किया वह भी क्लीनिक का कंपाउंडर बताया गया है ।