लातेहार। बेतला नेशनल पार्क में बुखार से पीड़ित हाथी के बच्चे की मौत हो गई। इसकी जानकारी गुरूवार को मिली है। स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मामले की जांच कर दोषियो पर कार्रवाई की मांग की है। जबकि वन विभाग ने इस मामले में लापरवाही बरतने से इंकार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार गत 10 सितंबर को पलामू टाइगर रिजर्व के मंडल गांव के निकट कोयल नदी से हाथी का यह बच्चा वन विभाग को मिला था। बेतला नेशनल पार्क में रखकर उसकी देखभाल की जा रही थी। वह चोटिल भी था। इस बीच बुखार आ गया और बुधवार देर रात उसकी मौत हो गई।
इसके अगले दिन गुरुवार को वन विभाग के कर्मी हाथी के बच्चे को एक वाहन में रखकर दफनाने के लिए ले जा रहे थे। इसी बीच बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां पहुंचे और वन कर्मियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों का कहना था कि यदि हाथी के बच्चे का सही देखरेख किया जाता तो उसे बचाया जा सकता था।
बेतला के रेंजर शंकर पासवान ने बताया कि हाथी के बच्चे के इलाज में किसी प्रकार की कमी नहीं की गई है । विभागीय कर्मी उसकी पूरी देखभाल कर रहे थे। साथ ही विभाग लगातार उसके झुंड का पता भी लगा रहा था। इस बीच उसे वायरल फीवर हुआ और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।