मुज़फ़्फ़रपुर। बिहार में अनियमितताओं के एक से बढ़कर एक मामले सामने आ रहे हैं कहीं रेल इंजन, कहीं लोहे का पुल तो कहीं अस्पताल और अब पंचायत सरकार भवन ही बेच दिया गया। मामला जिले के औराई के औराई पंचायत का है। जहां बिना किसी आदेश के मुखिया और पंचायत सचिव ने मिलकर पंचायत भवन को जेसीबी से तोड़ कर बेच दिया।
बता दें कि पूर्व में भी इस तरह की घटना बिहार में हो चुकी है। जैसे समस्तीपुर मंडल के पूर्णिया कोर्ट स्टेशन से रेलवे एग्जाम रोहतास में लोहे का पुल, मुजफ्फरपुर के कुढनी में सरकारी अस्पताल और अब मुजफ्फरपुर में ही औराई प्रखंड के औराई में पंचायत सरकार भवन तोड़कर बेच दिया गया। यह बिहार सरकार के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री का विधानसभा क्षेत्र है और आई जहां मुखिया और पंचायत सचिव की मिलीभगत से हुई है लेकिन बेच देने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पूरे मामले पर पूछे जाने पर प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी गिरिजेश नंदन ने बताया कि मुखिया और पंचायत सचिव से स्पष्टीकरण की मांग की गई है कि बिना किसी नीलामी या फिर आदेश के पंचायत सरकार भवन क्यों तोड़ा गया। यह वित्तीय अनियमितता को दर्शाता है। इसको लेकर अब तक जवाब नहीं आया,पंचायत सचिव छुट्टी पर है, आने के उपरांत जवाब आएगा। इसकी जानकारी जिला पंचायती राज पदाधिकारी को भी फोन पर दी गई है जो भी निर्देश होगा, उसके अनुसार कार्रवाई होगी लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि सरकारी पंचायत सरकार भवन को बड़े आराम से तोड़कर एक एक ईंट बेच दिया गया लेकिन कार्यवाई के नाम पर खानापूर्ति हुई है।