खूंटी। शहर के मुख्य पथ के किनारे स्थित बैंक ऑफ इंडिया खूंटी शाखा से पैसे निकालकर बैंक की सीढ़ी से नीचे उतर रही एक महिला के हैंडबैग को ब्लेड से काटकर उचक्कों ने 50 हजार रुपए उड़ा लिए। शुक्रवार दोपहर हुई इस घटना के तत्काल बाद भुक्तभोगी महिला कटहल टोली निवासी ग्रेस सुरीन ने खूंटी थाना की पुलिस को घटना की जानकारी दी।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की तहकीकात शुरू कर दी। प्रथम तल्ले में अवस्थित बैंक में जाने के लिए बाहर से जो सीढ़ी है, उसमें आश्चर्यजनक ढंग से कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया गया है। इस स्थिति में बैंक के बाहर अन्य मार्केट कंपलेक्स में लगे सीसीटीवी कैमरा को पुलिस खंगाल कर उचक्कों की तलाश में जुटी है। भुक्तभोगी महिला ने बताया कि सीढ़ी से उतरने के दौरान उचक्के इतनी सफाई से बैग को काटकर वहां से रुपए उड़ा लिए, जिसकी भनक भी उसे नहीं लगी। नीचे उतरने के कुछ देर बाद जब उसकी नजर अपने बैग पर पड़ी, तो उसके होश उड़ गए।
ज्वेलरी दुकानदार की स्कूटी की डिक्की तोड़कर 6 लाख के जेवरात ले भागे
वहीं दूसरी घ्बटना में बाजार टांड़ खूंटी के समीप एसएस हाई स्कूल के सामने स्थित एक ज्वेलरी दुकानदार की स्कूटी की डिक्की तोड़कर डिक्की में रखे लाखों रुपये के जेवरात से भरी थैली को उचक्के उड़ा ले गए। घटना शुक्रवार की है। घटना के तत्काल बाद भुक्तभोगी ज्वेलर्स हुंटार चलागी निवासी शुभम सोनी ने खूंटी थाना की पुलिस को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। भुक्तभोगी ज्वेलर्स ने बताया कि उड़ाए गए सोने व चांदी के जेवरातों की अनुमानित कीमत छह लाख से अधिक है। घटना के संबंध में उसने बताया कि लगभग 11.30 बजे वह स्कूटी की डिक्की में जेवरात से भरा थैला रखकर दुकान खोलने पहुंचा, तो देखा कि दुकान के शटर के समीप किसी ने शौच कर दिया है। दुकान के ठीक सामने पड़े मल को धोने के लिए उसने दुकान का शटर खोलकर, दुकान से बाल्टी निकाली और रोड के उस पार स्थित शिक्षा विभाग के पुराने कार्यालय परिसर के अंदर स्थित कुएं से पानी लाने चला गया।
कुआं से पानी लाकर मल को धोने के बाद उसने स्कूटी की डिक्की खोलना चाहा, तो देखा कि स्कूटी की डिक्की टूटी हुई है। इस पर जब उसने डिक्की खोला, तो जेवरात से भरा थैला गायब पाया तो देख उसके होश उड़ गए। लगभग छह माह पूर्व ही वहां पर ज्वेलर्स की दुकान खोलने वाले शुभम सोनी ने बताया कि सप्ताह में सिर्फ दो दिन शुक्रवार और सोमवार को साप्ताहिक हाट के दिन ही वह दुकान खोलता है। उसने बताया कि पिछले शुक्रवार को भी उसके दुकान के बाहर मल पड़ा हुआ था, लेकिन उस दिन बारिश होने के कारण उसने दुकान नहीं खोली थी।