अररिया। अररिया के फारबिसगंज शहर के ऐतिहासिक सुल्तान पोखर स्थित सुल्तानी माई मंदिर हिन्दू व मुसलमानों भाइयों के बीच एकता का प्रतीक है। पोखर तट पर बने इस मंदिर में दोनों समुदायों के लोग एक साथ मन्नतें मांगते है। इस मंदिर के भीतर एक मजार भी है,जहां एक ओर हिन्दू समुदाय के लोग पूजा अर्चना करते है, तो वहीं मुस्लिम समुदाय के लोग अपने आस्था की इबादत करते है।जहां मां भवगती वैष्णो देवी मंदिर सुल्तान पोखर दुर्गा पूजा समिति द्वारा 60 वर्षों से दुर्गा पूजा उतसव धूमधाम से मनाया जाता है।इस बार महिषासुर का वद्ध करते हुए मां का विक्राल रूप को प्रदर्शित किया जा रहा है।
मां भगवती वैष्णों देवी मंदिर सुल्तान पोखर का पट खुल चुका है जहां मां दुर्गा का अद्भुत रूप दिखा महिषासुर का वध करने के दौरान मां दुर्गा के विराट रूप जिसमें माता के 25 सर और 50 शस्त्र से सुज्जजित हाथ को दर्शाया गया है। वही, फारबिसगंज के विभिन्न पंडालों में श्रद्धालु की भीड़ उमड़ पड़ी है। वही, नवमी के दिन शहर के सभी पूजा पंडालों पर मां दुर्गा को खिचड़ी का महाभोग लगाया जायेगा। माता को भोग चढ़ाने के बाद भक्तो के बीच खिचड़ी का प्रसाद वितरण किया जाएगा। जिसके लिए अभी से ही तैयारियां शुरू हो गई है।